Solar Storm Alert: सौर तूफान आज टकराएगा धरती से, खड़ी हो सकती है मुसीबत!

धरती पर आज यानी 3 अगस्त को सौर तूफान से टकराने की आशंका है। इससे G1 श्रेणी का सौर तूफान आ सकता है। ये तूफान पावर ग्रिड को फेल सकता है और सैटेलाइट को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

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मुख्य बातें
  • 3 अगस्त को मामूली G1 श्रेणी के भू-चुंबकीय तूफान की थोड़ी संभावना है
  • G1 सबसे कम स्केल वाला होता है
  • लेकिन ये तूफान पावर ग्रिड को फेल सकता है

Solar Storm Alert: धरतीवासियों के लिए आज थोड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। क्योंकि, आज यानी 3 अगस्त को पृथ्वी के सौर तूफान से टकराने की आशंका है। बताया जा रहा है कि सूर्य के वायुमंडल में एक छेद है जो गैसीय पदार्थों को छोड़ रहा है और जब ये सौर हवाओं की आने वाली धारा के साथ कंबाइन होगा, तो इसके परिणामस्वरूप एक मामूली G1 श्रेणी का सौर तूफान आने की संभावना है।

spaceweather.com की रिपोर्ट के मुताबिकस, नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के फोरकास्टर्स का कहना है कि आज मामूली G1 श्रेणी के भू-चुंबकीय तूफान की थोड़ी संभावना है क्योंकि पृथ्वी सौर हवा की एक उच्च गति वाली धारा में प्रवेश करत सकती है। गैसीय पदार्थ सूर्य के वातावरण में एक दक्षिणी छेद से बह रहे हैं। इस बीच, सूर्य के वायुमंडल में एक दक्षिणी छेद कुछ गैसीय पदार्थ भी छोड़ रहा है। अगर ये सौर हवाओं से साथ मिलते हैं तो 3 अगस्त यानी आज G1 G1 श्रेणी के सौर तूफान को पैदा कर सकते हैं। 

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G1 स्टॉर्म का क्या मतलब है?

आमतौर पर इन्हें G1-G5 के बीच कैटिगराइज किया जाता है। G1 सबसे कम स्केल का होता है। ऐसे में G1 सोलर फ्लेयर्स उतनी परेशानी वाली नहीं हैं लेकिन G5 चिंता का विषय बन जाती हैं। अंतिम G5 तूफान 1859 में पृथ्वी से टकराया था। इसकी वजह से बड़े पैमाने में टेलीग्राफ सिस्टम और पावर ग्रिड फेल हो गए थे। 

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spaceweather.com के मुताबिक, G1 फ्लेयर्स वैसे कम मुश्किल खड़ी करती हैं। लेकिन, ये पावर ग्रिड को फेल सकती हैं, सैटेलाइट के फंक्शन को प्रभावित कर सकती हैं और प्रवासी जानवरों को भी प्रभावित कर सकती हैं।
 

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