नाइजीरिया ने बीते दिनों लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर बैन लगा दिया है, जिसके बाद भारतीय प्लेटफॉर्म कू यहां लॉन्च किया गया है। कू ऐप भारत में ट्विटर का स्वदेशी विकल्प है और कई स्थानीय भाषाओं के सपोर्ट के साथ आती है। ट्विटर और भारत सरकार के बीच खींचतान के दौरान कू ऐप का जिक्र कई बार हुआ और इसे प्रमोट किया जा रहा है। नाइजीरिया में ट्विटर पर लगा बैन कू ऐप के लिए मौके की तरह है।
ट्विटर ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मद बुहारी की ओर से किए गए कुछ ट्वीट्स यह कहते हुए डिलीट कर दिए थे कि वे नियमों का उल्लंघन करते हैं। इसके बाद नाइजीरिया ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर बैन लगा दिया है।कू ने इसे अपने लिए मौके की तरह देखा है और नाइजीरिया में अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं।कू ऐप को-फाउंडर और CEO अपरामेय राधाकृष्ण ने नाइजीरिया में प्लेटफॉर्म लॉन्च होने की आधिकारिक जानकारी दी है।
कू ऐप का इंटरफेस और इसमें मिलने वाले लगभग सभी फीचर्स ट्विटर जैसे ही हैं। हालांकि, इस ऐप का फोकस स्थानीय भाषाओं में यूजर्स को माइक्रोब्लॉगिंग एक्सपीरियंस देने पर है।इसमें भी ट्विटर की तरह लोगों को फॉलो किया जा सकता है और 'कू' को लाइक और 'रिकू' किया जाता है।कू ऐप साल 2020 में भारत सरकार के आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज को जीतकर यह ऐप चर्चा में आई थी।