नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 700 के पार पहुंच गई है। वहीं, इस खतरनाक वायरस के चलते 17 लोगों को अपनी जान गंवा पड़ी है। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिएपूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन की घोषणा करते वक्त लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की थी। हालांकि, कई लोग लॉकडाउन पर अमल नहीं कर रहे हैं और बेवजह घरों से बाहर निकल आ रहे हैं। पीएम मोदी ने लॉकडाउन के दौरान 'बनो कोरोना वारियर्स' अभियान शुरू किया है ताकि लोगों को घरों में रहने के लिए जागरुक किया जा सके।
'मैं आपको बिलकुल मिस नहीं कर रही'
पीएम मोदी ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक छोटी बच्ची खत लिखकर अपने पापा से अहम गुजारिश करती है। दरअसल, लड़की मुंबई में रह रहे अपने पापा को खत में लिखती है कि आप जहां हैं वहीं रहें। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो तो कोरोना जीत जाएगा। लड़की कहती है, 'डियर पापा, मैं आपको बिलकुल मिस नहीं कर रही। मम्मी भी नहीं कर रही। आपको मुंबई से भागकर आने की कोई जरूरत नहीं। आप जहां पर हैं वहीं पर रहना। आप बाहर निकलोगे तो कोरोना जीत जाएगा और हमें कोरना को हराना है। है न पापा।' इसके बाद लड़की अवाम से मुखातिब होते हुए कहती है कि दोस्तों कड़ी नजर रखना अपने पैरेंट्स पर, बनो कोरोना वॉरियर्स।
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'हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, में लॉकडाउन'
कोरोना वायरस के खतरे के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से मुकाबला करने के लिए लोगों से 21 तक लॉकडाउन पर पूरी तरह अमल करने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने कहा था, 'हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है।' पीएम ने कहा, 'देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को लॉकडाउन किया जा रहा है।'
'नहीं तो हमारा देश पीछे चला जाएगा'
पीएम मोदी ने कहा था कि अगर हम 21 दिन को ठीक से नहीं संभाले तो हमारा देश, हमार परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में सख्त कदम की जरूरत है। मोदी ने कहा कि आपका घर से बाहर एक कदम कोरोना वायरस को घर में लाने का रास्ता बनाएगा। प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि इस फैसले की आर्थिक कीमत होगी। साथ ही कहा कि लोगों की जिंदगी सरकार के लिए सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए सामाजिक मेल मिलाप से दूरी एकमात्र उपाय है।