नई दिल्ली: बुर्ज खलीफा, एक एक ऐसा नाम है जिसके बारे में हर किसी ने सुन रखा है। और पता भी क्यों न हो यह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत जो है। 829.8 मीटर यानी 2,722 फीट की ऊंचाई की गगनचुंबी बिल्डिंग को देखने के लिए दुनिया के कोने कोने से लोग दुबई पहुंचते हैं लेकिन अब शायद बुर्ज खलीफा इमारतों के मामले में सबसे चर्चित नाम न रहे क्योंकि अब एक और बिल्डिंग तैयार हो रही है जो बुर्ज खलीफा से भी ऊंची होगी।
जल्द ही 3,281 फीट ऊंचाई वाले 'जेद्दाह टॉवर' को दुनिया में सबसे ऊंची इमारत होने का गौरव हासिल होगा। इसकी चर्चा इससे पहले 'किंगडम टॉवर' के नाम से भी हो रही थी और इसके साथ दुनिया की सबसे ऊंची इमारत की लोकेशन दुबई से हटकर सऊदी अरब में होने जा रही है। जी हां, रिपोर्ट्स के अनुसार 2022 तक ईमारत का काम पूरा हो जाएगा। फिलहाल इसका काम कोरोना संकट के चलते रुका हुआ है।
निर्माणाधीन जेद्दाह टॉवर की तस्वीर
सऊदी अरब अब दुबई की तर्ज पर खुद को टूरिस्ट हब में बदलने पर तेजी से काम कर रहा है। सऊदी अरब मुस्लिम देश है जहां मुसलमानों के दो सबसे चर्चित धार्मिक स्थल मक्का और मदीना मौजूद हैं। इस देश में शरियत कानून चलता है और इसे तोड़ने पर कड़ी सजा दी जाती है।
जेद्दाह टावर: जेद्दा टॉवर को पहले किंगडम टॉवर और माइल-हाई टॉवर के रूप में जाना जाता था। यह सऊदी अरब के जेद्दा के उत्तरी इलाके में एक नियोजित गगनचुंबी इमारत है। इसे दुनिया की पहली 1 किलोमीटर ऊंची इमारत, और जेद्दा इकोनॉमिक सिटी के तहत विकसित किया जा रहा है। विकास और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बिंदु विकसित करने की कोशिश के पहले चरण में इसे बनाए जाने की योजना है।