नई दिल्ली : कोरोना वायरस दुनियाभर में कहर ढा रहा है, जिससे बचने के लिए हर कोई 'सोशल डिस्टेंसिंग' पर जोर डाल रहा है। लेकिन उन डॉक्टर्स के लिए इसका कोई अर्थ नहीं रह जाता, जो मरीजों के उपचार में दिन-रात एक किए हुए हैं। ऐसे में जब संक्रमित मरीजों के बारे में जानकर हर किसी की रूह कांप उठती है और उसके पास जाने से हर कोई कतराता है, ये डॉक्टर्स ही हैं, जो संक्रमण की चपेट में आने के खतरे के बावजूद उनके इलाज में जुटे होते हैं।
डॉक्टर्स की बढ़ी मुश्किल
अस्पतालों में मरीजों के उपचार में जुटे ये डॉक्टर्स अपने परिजनों से कई दिनों तक मिल नहीं पाते तो मासूम बच्चों को गले तक नहीं लगा पाते। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, जिसमें अस्पताल से घर लौटा एक डॉक्टर दरवाजे पर अपने मासूम बेटे को गले लगने से रोककर खुद रोने लगता है। उसकी ये पीड़ा अपनों से मिलने, उन्हें छूने, उनके साथ बैठने, बातें करने की छटपटाहट और हताशा को जाहिर करता है, जिसे वे रोजाना दो-चार होते हैं।
...जब रो पड़ा डॉक्टर
यह वीडियो सउदी अरब के एक डॉक्टर का बताया जा रहा है, जिसे माइक नाम के एक ट्विटर यूजर ने शेयर किया है, जो भावुक कर देने वाला है। यह डॉक्टर कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर घर लौटा था। पिता को दरवाजे पर पाकर मासूम बच्चा खुशी से उनकी तरफ दौड़ता है, ताकि वह उसे गले लगा ले या फिर गोद उठा ले, जैसा कि हर बच्चा अपने माता-पिता के काम से लौटने के बाद करता है। लेकिन डॉक्टर की बदकिस्मती कि वह मासूम को न गले लगा सकता है और न गोद में उठा सकता है।
बच्चे को अपनी तरफ भागकर आता देख डॉक्टर उसे इशारे से रोकता है और एक तरफ हट जाता है। अस्पतालों में मरीजों को देखकर होने वाला दुख कहें या फिर मासूम को गले न लगा पाने या गोद न उठा पाने की निराशा, डॉक्टर बच्चे को को रोककर वहीं दरवाजे के बाद बैठकर रोने लग जाता है और मासूम बस अपने पिता की बेबसी को एक टक निहारता रह जाता है।
इंटरनेट यूजर्स भी हुए भावुक
सोशल मीडिया पर हर कोई यह वीडियो देखकर भावुक हो उठा। लोगों ने इस पर कुछ इस तरह प्रतिक्रिया दी है :
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में 28 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 6 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। भारत में भी यह तेजी से फैलता जा रहा है, जहां इस घातक वायरस के 918 मामले सामने आए हैं, जबकि 19 लोगों की इससे मौत हुई है। संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा भी की है।