कोरोना नामक महामारी की मार से दुनिया के तमाम देश जूझ रहे हैं ये संकट इतना बड़ा है कि तमाम विकसित कहे जाने वाले देशों की भी कमर टूट चुकी है और वहां मौतों की संख्या खासी हो गई है, इस संकट से निपटने के लिए भारत सहित कई देशों में लॉकडाउन का सहारा लिया जा रहा है जिसके कोरोना वायरस के प्रकोप को कम किया जा सके और दुनिया का वापस पटरी पर लाया जा सके।
लॉकडाउन का मार जिस तबके पर पड़ी है वो गरीब तबका वो चाहें भारत का हो या किसी अन्य मुल्क का उसके सामने पेट भरना बहुत बड़ा सवाल बन गया है ऐसा नहीं है कि सरकार इस तरफ काम नहीं कर रहीं वहां से इस दिशा में कई बड़े कदम उठाए गए हैं और लोगों का पेट भी भरा जा रहा है।
वहीं वियतनाम में भी कोरोना के चलते पेट भरना बड़ा सवाल बना हुआ है वहां भी लॉकडाउन जारी है जिसके चलते कई लोगों के रोजगार छिन गए हैं और वो अपना परिवार पालने के लिए सरकार का मुंह देख रहे हैं वहीं कई लोग इस संकट में मदद के लिए आगे आए हैं।
इससे निपटने को वहां Rice ATM मशीनें लगा दी गई हैं, मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस मशीन को एक बिजनेसमैन ने बनाया है ये मशीनें चावल दे रही हैं, मशीन से चावल लेने का समय निर्धारित है जहां लोग सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए चावल लेते हैं। इस एटीएम से एक बार में डेढ़ किलो चावल निकलता है।
वहां के लोग इस पहल को सराह रहे हैं उनका कहना है कि एक बैग चावल, हमारे लिए कुछ समय के लिए पर्याप्त हो जाते हैं अब हमें केवल अन्य भोजन की आवश्यकता है जो कहीं ना कहीं से मिल जाता है कई बार नहीं भी मिल पाता है लेकिन चावल मिलने से काफी राहत है और हम परिवार का पेट भर पा रहे हैं।