नई दिल्ली: भूख से अच्छे-अच्छे ताकतवर इंसान की हालत खस्ता हो जाती है। भूख लगने पर अमीर हो या गरीब पेट की आग उसे बैचेन कर देती है। भूखे इंसानों को फिर खाने के सिवा कुछ नहीं दिखता। भूख के दर्द में कई बार नैतिकिता भी धराशाई हो जाती है। भूख से परेशान इंसान सही-गलत के फेर में न पड़कर खाली पेट भरने की ज्यादा फिक्र करता है। ऐसा ही कुछ गुजरात के जूनागढ़ शहर में हुआ, जहां करीब पांच लोगों ने भोजनालय का ताला तोड़कर अपने पेट भरा। यह बेरोजगार लोग थे जो भूख की तकलीफ सह रहे हैं।
मालिक ने शिकायत दर्ज नहीं कराई
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भूख से परेशान इन लोगों ने भोजनालय का ताला तोड़कर किचन में खुद खाना बनाया। उन्होंने चावल और आलू की सब्जी पकाई। खाने के बाद सभी लोग वहां से चले गए और कोई भी चीज नहीं चुराई। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब भोजनालय के मालिक ने सीसीटीवी फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड कीं। घटना 12 और 13 मई की रात की है। भोजनालय के मालिक ने इन लोगों के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं करने का फैसला किया क्योंकि किसी की चोरी नहीं हुई।
छत से किचन में घुसे थे लोग
भोजनालय के मालिक जितेश टैंक के अनुसार, कम से कम पांच लोग छत से किचन में घुसे थे। सीसीटीवी फुटेज में एक आदमी किचन में घुसता हुआ नजर आ रहा है और कुछ तलाश रहा है। बाद में उसने सीसीटीवी को नोटिस किया और उसे कवर कर दिया। जितेश टैंक ने कहा कि 13 मई की सुबह उन्हें अपने भोजनालय के पास एक कार्यालय के मालिक का फोन आया कि भोजनालय के किचन का दरवाजा खुला है। किचन में जाकर जब मैने देखा कि वहां पांच इस्तेमाल हुई प्लेटें पड़ी थीं। खाना तैयार करने के लिए कुछ किचन के बर्तनों का भी इस्तेमाल किया गया था।