मध्य प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को फीकी और ठंडी चाय पिलाना एक ऑफिसर को भारी पड़ गया। परिणाम ये हुआ कि ऑफिसर को शोकॉज नोटिस जारी कर दिया गया। अब यह नोटिस सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग इस पर चटकारे ले रहे हैं। तो आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा जाते वक्त छतरपुर जिले की खजुराहो एयरपोर्ट पर कुछ देर के लिए रुके हुए थे। यहां पर उन्हें चाय पिलाई गई। लेकिन, चाय बेस्वाद और ठंडी थी। अब इस मामले को लेकर राजनगर के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी राकेश कन्हवा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस राजनगर एसडीएम डीपी द्विवेदी ने जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि 11 तारीख को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्रांजिट विजिट के लिए खजुराहो आए हुए थे, जिनके जलपान की व्यवस्था आपको देखनी थी। इस दौरान उन्हें जो चाय पिलाई गई उसका मानक स्तर ठीक नहीं था। नोटिस के अनुसार परिणामतः जिला प्रशासन की अशोभनीय स्थिति निर्मित हुई एवं प्रोटोकॉल के अनुपालन पर प्रश्न चिह्न लगा है। आपके द्वारा वीवीआईपी की व्यवस्था को हल्के में लिए जाने से उक्त स्थिति निर्मित हुई है एवं कोताही बरती गई है, जो प्रोटोकॉल के प्रावधानों के विपरीत होने से कदाचरण है। साथ ही वह ठंडी थी 2 से 3 दिनों के अंदर आपको यह जवाब देना है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।
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सोशल मीडिया पर मामला वायरल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ठंडी चाय पिलाने के मामले को लेकर जारी किया गया नोटिस सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं अब विपक्ष भी जारी किए गए इस नोटिस को लेकर ना सिर्फ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बल्कि बीजेपी पर कटाक्ष कर रही है। वहीं, नोटिस जारी होने के एक दिन बाद मंगलवार को छतरपुर जिलाधिकारी संदीप जी आर ने इस कारण बताओ नोटिस को निरस्त कर दिया है। उन्होंने राजनगर अनुविभागीय अधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि आपके द्वारा जारी किया गया कारण बताओ नोटिस मेरे संज्ञान में आया है। इस संदर्भ में आपको यह स्पष्ट किया जाता है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा इस विषय में एवं प्रोटोकॉल उल्लंघन के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की गई है। अत: जारी कारण बताओ नोटिस को निरस्त करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी से इस कारण बताओ नोटिस को निरस्त किये जाने का पत्र मिलने के बाद द्विवेदी ने बताया कि मैं जिलाधिकारी से इस पत्र के मिलने से पहले ही कन्हुआ को जारी कारण बताओ नोटिस निरस्त कर चुका हूं।