पूरी दुनिया में कोका कोला की भारी डिमांड है। सर्दी हो या फिर गर्मी हर मौसम में लोग इसका मजा लेते हैं। कई तो इसके इतने दीवाने हैं कि रोजाना इस सॉफ्ट ड्रिंक को पीते हैं। शायद ही कोई ऐसी जगह होगी, जहां आपको कोका कोला ना मिले। लेकिन, अगर आप से कहा जाए इसी दुनिया में दो ऐसे देश हैं, जहां कोका कोला नहीं बिकता है। ये बात सुनकर आप जरूर चौंक गए होंगे, लेकिन यह पूरी तरह सच है। तो आइए, जानते हैं किन दो देशों में यह कोका कोला नहीं मिलता है...
1886 में फार्मसिस्ट जॉन पंबर्टन ने कोका-कोला को मार्केट में लॉन्च किया था। लेकिन, एटलांटा के बिजनेसमैन असा कैंडलर ने पंबर्टन के बिजनेस को ले लिया और ड्रिंक के फॉर्मूले में बदलाव कर साल 1892 में कोका कोला कंपनी बनाई। कंपनी ने कई और बीवरेज को भी शुरू किया लेकिन कोका कोला का क्रेज सबसे ज्यादा रहा। पूरी दुनिया में इसका व्यापार फैला और काफी लोगों ने इसे पीना शुरू कर दिया। लेकिन, दो देश ऐसे हैं जहां कोका कोला नहीं पीया जाता है। ये दो देश क्यूबा और नॉर्थ कोरिया हैं। आपको बता दें कि साल 1906 में कोका कोला ने क्यूबा में अपना प्लांट खोला था। लेकिन, 1962 में फिदल कास्ट्रो ने क्यूबा रेवोल्यूशन की शुरुआत की। जिसके बाद यहां कोका कोला प्रोडक्शन को रोक दिया गया। उन्होंने सारी विदेशी कंपनियों की संपत्ति अपने कब्जे में कर ली। लिहाजा, कोका कोला ने क्यूबा को हमेशा के लिए छोड़ दिया और दोबारा कंपनी लौटकर कभी वापस नहीं आई।
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अब सवाल ये है कि नॉर्थ कोरिया में कोका कोला क्यों नहीं बिकता? दरअसल, 1950 से 1953 के यहां युद्ध जारी था। लिहाजा, यूनाइटेड स्टेट्स ने नॉर्थ कोरिया पर ट्रेड सैंक्शन जारी कर दिया। वहीं, 1980 में जब नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया पर बमबारी की तो अमेरिका ने और सख्ती बढ़ा दी। अमेरिका ने साफ कहा कि यहां की कोई भी कंपनी नॉर्थ कोरिया में बिजनेस नहीं करेगी। लिहाजा, कोका कोला यहां भी नहीं मिलता है।