कैनबरा : दुनिया में ऐसे में भी लोग हैं जो अजब-गजब चीजें करते पाए जाते हैं। कब्रिस्तान एक ऐसी जगह है जिससे शायद ही किसी को लगाव पैदा हो लेकिन ऑस्ट्रेलिया में एक ऐसी लड़की है जो कब्रस्तान जाकर कब्रों की सफाई करती है। कब्रिस्तान की सभी 3,500 कब्रों की सफाई करने में उसे एक साल का समय लगा है। इस लड़की का नाम टीजे क्लीमैन है। क्लीमैन की उम्र 12 साल है और वह अब तक प्रत्येक कब्र की सफाई आठ बार कर चुकी है।
क्लीमैन को भूतों से डर लगता था
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक क्लीमैन को भूतों से डर लगता था। इस डर को हराने के लिए वह कब्रिस्तान जाने लगी। क्लीमैन का कहना है कि यह उसका 'ड्रीम जॉब' है और वह हमेशा कब्रों की साफ-सफाई करती रहेगी। साल 2012 में क्लीमान का परिवार न्यू साउथ वेल्स आया। यहां के ट्वीट हेड्स में उनके घर के पास एक कब्रिस्तान है और इस कब्रिस्तान में 3,500 कब्रे हैं। क्लीमैन जब चार साल की थी तो उसे भूतों के बारे में सुनकर बहुत डर लगता था। वह और उसका छोटा भाई दैश परछाइयां देखकर डर जाते थे। इस डर को दूर करने के लिए उनकी मां एक दिन उन्हें कब्रिस्तान में लेकर गई।
'मैं हमेशा कब्रों की सफाई करती रहूंगी'
कब्रिस्तान में क्लीमैन की मां ने उससे दो एक कब्रों की सफाई करने के लिए कहा। मां के कहने पर क्लीमैन ने कब्रों की सफाई की लेकिन उसे पता नहीं था कि आगे चलकर इस काम में उसकी दिलचस्पी पैदा हो जाएगी। क्लीमैन ने डेली मेल ऑस्ट्रेलिया के साथ बातचीत में कहा, 'पहले जब मैं यहां आई तो काफी डर गई लेकिन मां ने कब्रों की सफाई शुरू करने के लिए कहा। इस काम को करने के बाद मुझे अच्छा महसूस हुआ। मुझे कब्रों की सफाई करना पसंद है क्योंकि ऐसा करना मुझे अच्छा लगता है। यह काम मैं हमेशा करती रहूंगी।'
परिवार क्लीमैन को अकेला नहीं छोड़ता
क्लीमैन की मां का कहना है कि जब उनकी बेटी के पास होमवर्क नहीं होता है तो सप्ताह में वह दो से तीन बार कब्रिस्तान जाती है। उन्होंने कहा, 'हम कब्रिस्तान में उसे अकेला नहीं छोड़ते। उसे कब्रों को साफ-सुथरा बनाने में एक घंटे का समय लगता है और तब तक हम उसके इर्द-गिर्द रहते हैं।' उन्होंने कहा, 'उसे पता है कि यह कभी खत्म होने वाला काम नहीं है। इसे हमेशा करने की जरूरत है लेकिन वह ऐसा करके खुश है।'
इस काम के बारे में अपने दोस्तों को नहीं बताया
क्लीमैन की मां ने आगे कहा, 'हमने कब्रों के बारे में उससे बात की है और उसे बताया है कि कुछ लोगों के परिवार नहीं होते और कुछ परिवार अपनों के कब्र के पास नहीं आते। ऐसे में मेरी बेटी को अच्छा लगता है कि वह किसी की मदद कर रही है।' इस काम में इतनी दिलचस्पी रखने के बावजूद क्लीमैन कब्रों की सफाई का जिक्र अपने दोस्तों से नहीं करती है क्योंकि बातचीत में सामान्य रूप से कब्रिस्तान और कब्रों के बारे में कोई बात नहीं करता।