नई दिल्ली: बिहार का एक ऐसा गांव है जहां हिदू या मुस्लिम सभी अपना सरनेम एक ही रखते है। और वो भी मुस्लिम सरनेम। इस गांव का नाम है नालंदा जिले का गिलानी (Nalanda Gilani village)। गांव का पूरा नाम है मोहीउद्दीनपुर गिलानी।
बताया जा रहा है कि सदियों से चली आ रही परंपरा को लोग आज भी निभा रहे हैं। गांववालों के मुताबिक यह परंपरा मुगलकाल से चली आ रही है। अब तो युवा भी गांव का नाम अपने साथ जोड़ने में गौरव महसूस करते हैं। इस गांव यानी गिलानी गांव में आधा दर्जन जातिया रहती है ।
गिलानी गांव में आधा दर्जन जातियां रहती है । गिलानी गांव में कई लोग डॉक्टर ,इंजीनियर और आईएएएस,आईपीएस हैं। इस्लाम के विद्वान हजरत कादिर जिलानी के नाम से गिलानी नाम रखा गया । अरबी भाषा में ग अक्षर नहीं होता है इसलिए लोग जिलानी कहते है।