चेन्नई: तमिलनाडु के कोयंबूटर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दिख रहा है कि थेक्कमपत्ती में एक शिविर में दो महावतों द्वारा एक हाथी को बेरहमी से लाठी-डंडो से बांधकर पीटा जा रही है। यह हाथी इलाज के लिए यहां लाया गया ता। खबर के मुताबिक हाथी ने महावतों के आदेश को नहीं माना था जिसके बाद महावतों को गुस्सा हाथी पर टूट पड़ा। वीडियो में दिख रहा है कि हाथी को एक पेड़ पर बांधा गया है और दो लोग उसकी जमकर पिटाई कर रहे हैं।
कमांड नहीं मानने पर हुई पिटाई
वायरल वीडियो में दो महावत एक पेड़ के पीछे जंबो को पीटते हुए देखे जा सकते हैं। हाथी की दर्द में भरी आवाज को भी सुना जा सकता है क्योंकि दो महावत उसे छोड़ने से मना करते हैं और लाठी से उसे मारते रहते हैं। बताया जाता है कि हाथी श्रीविल्लीपुतुर मंदिर का है अब हाथी को एक कैंप में ले जाया गया था लेकिन हाथी द्वारा कमांड नहीं मानी गई तो उसकी पिटाई कर दी गई है।
वायरल हुआ वीडियो
यह वीडियो हाथियों से संबंधित एक शिविर में गए एक आंगतुक ने बनाया था। महावतों की इस हरकत की लोगों और वन्यजीव कार्यकर्ताओं ने आलोचना की है। हिंदू धार्मिक एवं चेरिटेबल धर्मार्थ विभाग 48 दिन के इस शिविर का आयोजन करता है। संपर्क करने पर विभाग के एक सूत्र ने बताया कि उच्च अधिकारियों ने भी वीडियो देखा है और एक महावत को विभागीय जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है।
कैंप में किया जाता है बीमार हाथियों का इलाज
आपको बता दें कि यहां हर साल हाथियों के लिए एक कैंप का आयोज किया जाता है जिसमें हाथियों की देखभाल की जाती है और बीमार या जख्मी होने पर हाथी का इलाज होता है। कैंप में हाथियों के लिए केयरटेकर से लेकर महावत तक का इंतजाम किया जाता है। इस कैंप की शुरूआत प्रदेश की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता ने की थी।