Pension Seva Kendra बनाने का यहां सरकार ने लिया फैसला, जानें- किसे, क्या और कैसे मिलेंगी सुविधाएं?

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Updated Jul 30, 2022 | 10:44 IST

उन्होंने कहा कि चूंकि पेंशनभोगियों में स्कूल शिक्षकों की संख्या सबसे अधिक है, इसलिए शिक्षा विभाग के जिला कार्यालयों में पीएसके खोलने का निर्णय लिया गया है।

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तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में खुला PSK
  • इसका उद्देश्य पेंशन प्रक्रियाओं को सुचारू बनाना- CM
  • 'अन्य विभागों के पेंशनभोगियों की सेवाओं को भी पूरा करेंगे'

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राज्य सरकार ने उन पेंशनभोगियों को लाभान्वित करने के लिए जिलों में पेंशन सेवा केंद्र (पीएसके) बनाने करने का फैसला किया, जिन्होंने जीवन की लंबी अवधि लोगों की सेवा में समर्पित की है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य पेंशन प्रक्रियाओं को सुचारू बनाना है।

मुख्यमंत्री ने शुक्रवार (29 जुलाई, 2022) को गुवाहाटी में जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में 'एमट्रॉन' की ओर से स्थापित कामरूप (मेट्रो) के पेंशन सेवा केंद्र (पीएसके) का उद्घाटन करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने सभी जिला प्राधिकरणों, कार्यालयों के प्रमुखों (एचओडी) और अन्य सक्षम अधिकारियों को किसी कर्मचारी की सेवानिवृत्ति के एक वर्ष के भीतर पेंशन प्रस्ताव की प्रक्रिया शुरू करने के लिए अधिकृत किया है।

पीएसके ऑपरेटर 'कृतज्ञ' पोर्टल के जरिए सर्विस बुक की स्कैनिंग और अपलोडिंग करेंगे और वे सर्विस बुक के संरक्षक के रूप में कार्यरत एचओडी को सर्विस बुक और रिकॉर्ड अग्रेषित करेंगे। एचओडी उचित संकलन के बाद इसे प्राधिकारी यानी पेंशन निदेशक व महालेखाकार को पेंशन मंजूर करने के लिए अग्रेषित करेगा।

उन्होंने कहा कि चूंकि पेंशनभोगियों में स्कूल शिक्षकों की संख्या सबसे अधिक है, इसलिए शिक्षा विभाग के जिला कार्यालयों में पीएसके खोलने का निर्णय लिया गया है, लेकिन यह अन्य विभागों के पेंशनभोगियों की सेवाओं को भी पूरा करेंगे। 

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