दुनिया में तबाही मचा रहा कोरोना, लील गया 13 हजार जिंदगियां, 1 अरब से ज्यादा लोग घर में बंद

दुनिया
भाषा
Updated Mar 22, 2020 | 14:14 IST

कोरोना दुनिया में अब तक की सबसे ज्यादा घातक महामारियों में से एक साबित हुआ है। अब तक जानलेवा वायरस की वजह से 13 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

Corona virus
कोरोना वायरस (प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: IANS

रोम: भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने लिए रविवार को करीब एक अरब लोग घरों में बंद रहे। वहीं घातक संक्रमण से मरन वालों की तादाद बढ़कर 13, 000 के पार पहुंच गई है। सबसे बुरी तरह से प्रभावित इटली में कारखाने बंद कर दिए गए हैं। इस महामारी के कारण दुनिया के करीब 35 मुल्कों ने बंद (लॉकडाउन) किया है, जिससे जनजीवन, यात्रा और कारोबार प्रभावित हुए है। वहीं सरकारें सीमाएं बंद करने को लेकर जद्दोजहद कर रही हैं और वायरस की वजह से आर्थिक मंदी से बचने के लिए आपातकालीन उपायों में अरब डॉलर लगा रही हैं।

दुनिया में तीन लाख से ज्यादा लोगों के संक्रमित में होने की पुष्टि हुई है। इटली में स्थिति गंभीर है जहां 4,800 से ज्यादा लोगों की जान गई है, जो दुनिया में भर में इस संक्रमण से मरने वालों का एक तिहाई है। प्रधानमंत्री जिएसेपे कॉन्‍टे ने शनिवार देर रात टीवी के जरिए अपने संबोधन में गैर जरूरी कारखानों को बंद करने का ऐलान किया।

छह करोड़ की आबादी वाला इटली पिछले साल चीन में सामने आई बीमारी का नया केंद्र बन गया है। इटली में कोरोना वायरस से हुई मौतों का आंकड़ा चीन और ईरान में हुई मौतें को जोड़ने के बाद भी कहीं ज्यादा है। इटली में कोविड-19 के पुष्ट मामलों में मृत्यु दर 8.6 प्रतिशत है जो कई देशों की तुलना में खासी अधिक है।

इसके अलावा अमेरिका के न्यूयॉर्क, शिकागो और लॉस एंजिलिस के लोग अलग अलग चरणों में बंद का सामना कर रहे हैं। अमेरिका के अन्य राज्यों के भी प्रतिबंध लगाने की उम्मीद है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'यह साझा राष्ट्रीय बलिदान का समय है, लेकिन यह अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने का भी वक्त है।'

उन्होंने कहा कि हमारी बड़ी जीत होगी। वैश्विक नेताओं के महामारी से लड़ने का संकल्प लेने की बीच, मौतों और संक्रमणों की संख्या में इजाफा जारी है, खासकर यूरोप में। स्पेन में शनिवार को 32 और लोगों की मौत हुई। प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने टीवी के जरिए किए गए संबोधन में चेताया कि देश को और मुश्किल दिनों के लिए तैयार रहने की जरूरत है।

उधर, फ्रांस में घातक संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 562 हो गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लोगों को घर से नहीं निकलने देने की सरकार की कोशिश को अमल में लाने के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन तैनात किए जा रहे हैं। कोविड-19 के प्रसार का मुकाबला करने के लिए अभूतपूर्व उपायों ने अंतरराष्ट्रीय खेल कैलेंडर पर असर डाला है और ओलंपिक के आयोजकों पर तोक्यो में होने वाले 2020 ओलंपिक को टालने का दबाव बढ़ रहा है।

इस महामारी ने दुनियाभर के शेयर बाजारों को हिला दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका बाजार में आपातकाल उपाय के तहत बड़ा पैकेज देने पर विचार कर रहा है। इस बीच अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन ने कोरोना वायरस के एक ऐसे परीक्षण को मंजूरी दी है जिससे नतीजे 45 मिनट में मिल जाएंगे।

अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस और उनकी पत्नी की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। चीन में चार दिन बाद कोरोना वायरस से संक्रमित होने का स्थायी मामला सामने आया है। चीन में इस संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आई है और यूरोप जैसे अन्य प्रभावित स्थानों से मामले आने की आशंका है।

फ्रांस, इटली, स्पेन और अन्य यूरोपीय देशों ने लोगों को घर पर रहने का आदेश दिया है और कुछ मामलों में जुर्माना लगाने की चेतावनी भी दी है। ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को नागरिकों को घरेलू यात्राओं को रद्द करने को कहा। ब्रिटेन ने पब, रेस्तरां और थिएटर बंद करने को कहा और लोगों से दहशत में आकर सामान नहीं खदरीने को चेताया।

वहीं भारत में एक दिन का ‘ जनता कर्फ्यू’ चल रहा है, जिसमें लोगों से अपने-अपने घरों में रहने की अपील की गई है। कोरोनो वायरस ने अफ्रीका में 1,000 से अधिक को संक्रमित किया है। पश्चिम एशिया हाई अलर्ट पर है, जहां इस संक्रमण से सबसे ज्यादा ईरान प्रभावित है। ईरान में कोविड 19 ने शनिवार को 123 और लोगों की जान लेली।

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