मेक्सिको सिटी: मेक्सिको सिटी के बाहरी इलाके में एक संदिग्ध हत्यारे के घर की खुदाई कर रहे जांचकर्ताओं को अब तक हड्डियों के 3,787 टुकड़े मिले हैं और ये हड्डियां 17 अलग-अलग लोगों की प्रतीत हो रही हैं।मेक्सिको के अभियोजकों का कहना है कि यह खुदाई यहीं समाप्त नहीं होगी। खुदाई का काम 17 मई से चल रहा है और जांचकर्ताओं ने उस घर के फर्श को खोद डाला है जहां संदिग्ध रहता था। अब उनकी योजना इस दायरे को आगे बढ़ाने की है। कबाड़ से भरे इस घर में ऐसे लोगों के पहचान पत्र और अन्य सामान मिले हैं जो वर्षों पहले लापता हो गए थे। ये साक्ष्य इस बात का इशारा करते हैं कि हत्या के तार वर्षों पहले के हैं।
अभियोजन कार्यालय ने एक बयान जारी करके कहा, 'हड्डियों के टुकडों का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक की बेहद सावधानी से सफाई करना, इस बात की पहचान करना कि ये शरीर के किस भाग के हैं आदि शामिल है और इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि ये कितने लोगों की हड्डियां हैं। बयान के अनुसार अब तक पाए गए हड्डियों के टुकड़े 17 लोगों के प्रतीत होते हैं।'
संदिग्ध की पहचान उजागर नहीं करने के देश के कानून के कारण अधिकारियों ने 72 वर्षीय संदिग्ध का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। व्यक्ति के खिलाफ 34 वर्षीय एक महिला की हत्या के मामले में मुकदमा चल रहा है। इस व्यक्ति को तब पकड़ा गया जब एक पुलिस कमांडर ने अपनी पत्नी के लापता होने के बाद उस पर संदेह व्यक्त किया।
व्यक्ति पुलिस कमांडर की पत्नी को व्यक्तिगत तौर पर जानता था और उसे कमांडर की पत्नी को खरीदारी के लिए साथ ले जाना था। उस दिन महिला घर नहीं लौटी, जिसके बाद पुलिस कमांडर ने अपनी पत्नी के लापता होने में व्यक्ति का हाथ होने का आरोप लगाया । जांच में भी पाया गया कि सीसीटीवी कैमरे में महिला व्यक्ति के घर में जाती तो दिखाई देती है लेकिन वापस आती हुई नहीं दिख रही। बाद में महिला का सामान संदिग्ध के घर से बरामद किया गया।
उत्तर प्रदेश के एक आयुर्वेदिक डॉक्टर देवेंद्र शर्मा के खौफनाक किस्से बेहद खतरनाक रहे हैं। किडनी रैकेट से लेकर चोरी की कार डीलिंग और कई अन्य गैर-कानूनी धंधों में शामिल डॉक्टर देवेंद्र शर्मा पिछले साल पुलिस की गिरफ्त में आया, देवेंद्र शर्मा ने 100 से अधिक लोगों की जानें ले ली हैं। उसने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि उसने 50 से अधिक लोगों की जानें ली है। उसने बताया था कि 50 कत्ल करने के बाद वह गिनती करना भूल गया था। वह इसके पहले किडनी रैकेट केस में 16 साल की जेल की सजा काट रहा था। बीच में पैरोल पर बाहर आ गया था लेकिन बाहर आने के बाद वह फिर से अंडरग्राउंड हो गया था।
पुलिस की जांच में पता चला था कि एक बार निवेश में धोखा खाने के बाद उसने जुर्म का रास्ता चुना था और पैसे कमाने की लालच में गलत रास्ते पर निकल पड़ा था। फर्जी गैस एजेंसी चलाता था, किडनी रैकेट का धंधा करता था। इसके लिए वह हत्याएं भी करने लगा था। गैस सिलिंडर ट्रक वाले ड्राइवर को मार कर अपनी फर्जी एजेंसी के लिए सिलिंडर लूट लेता था।