नई दिल्ली: पाकिस्तान में धर्मांतरण का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है और वहां धमकाकर हिंदुओं को मुस्लिम बनाया जा रहा है, इस कदम को वहां के स्थानीय प्रशासन का भी सपोर्ट रहता है अब एक ताजा मामला सिंध प्रांत से सामने आया है जहां पर बताया जा रहा है कि जबरन 60 हिंदुओं को इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए बाध्य किया गया।
इस घटना के वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि अब्दुल रऊफ निजमानी कथित रूप से सामूहिक धर्मपरिवर्तन में सहयोग कर रहे हैं, गौर हो कि पाकिस्तान की कुल आबादी में हिंदुओं की संख्या करीब दो फीसदी के करीब बताई जाती हैं और इनमें से भी ज्यादातर लोगों की तादाद सिंध प्रांत में है।
इस धर्म परिवर्तन का वीडियो भी सामने आया है सिंध प्रांत के मीरपुर और मीठी इलाके में जबरन तरीके से हिंदुओं को धर्म बदलवाया जा रहा है।
पाकिस्तान के सिंध के मतली नगर समिति के अध्यक्ष अब्दुल रऊफ निजामनी ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर ये वीडियो शेयर किया है। गौर हो कि पाकिस्तान में हिंदुओं को प्रताड़ित करने का मामला लगातार सामने आ रहे हैं, बड़े पैमाने पर हुए इस धर्म परिवर्तन के पीछे सिंध के कुख्यात मौलवी मियां मिट्ठू और अब्दुल रऊफ निजामनी का हाथ बताया जा रहा है, मियां मिट्ठू पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के अपहरण और जबरन इस्लाम धर्म कबूल करवाने के लिए कुख्यात है।
'मियां मिट्ठू' नाम से मशहूर अब्दुल हक ने फिर रचाई शादी
हाल ही में सिंध प्रांत में हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तित कर जबरन शादी कराने वाले मियां अब्दुल हक ने फिर से निकाह किया था। 'मियां मिट्ठू' नाम से मशहूर अब्दुल हक की उम्र 85 साल है और इस बार उसने 45 साल से ज्यादा उम्र की एक विधवा से दूसरी शादी की है, अब्दुल हक की पहली पत्नी अभी जिंदा है।
'मियां मिट्ठू' के 100 से ज्यादा लड़के, लड़कियां, नाती और पोते हैं
जिओ टीवी की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि विवादित धार्मिक नेता ने जिस विधवा महिला से शादी की है, उसकी उम्र 45 साल से अधिक है। 'मियां मिट्ठू' नेशनल असेंबली में पूर्व सांसद रह चुका है। सूत्रों का कहना है कि उसने जाम अब्दुल सत्तार डहार की बेटी से शादी की है। बताया जाता है कि 'मियां मिट्ठू' के 100 से ज्यादा लड़के, लड़किया, नाती और पोते हैं।
हिंदू लड़कियों की जबरन कराता है शादी
'मियां मिट्ठू' की पहचान हिंदू व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को जबरन मुस्लिम बनाने की रही है। उसके खिलाफ हिंदुओं के खिलाफ हमले के लिए उकसाने के आरोप भी हैं। हिंदू और अल्पसंख्यक समुदाय को प्रताड़ित करने लिए उसे गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पाकिस्तान में प्रदर्शन भी हुए हैं घोटकी से चुनाव जीतकर वह नेशनल असेंबली पहुंचा।