कराची: पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) विमान हादसे पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट में पायलट के विमान संचालन के बारे में गंभीर सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि क्या कॉकपिट में चालक दल के सदस्यों को संकट के बारे में हवाई यातायात नियंत्रकों को सूचित करने से रोका गया था। ‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार पाकिस्तानी जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या उड़ान संख्या पीके-8303 की दुर्घटना पायलट की गलती से हुई या एक तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुई है।
देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार, एयरबस ए -320 के इंजनों ने पायलट द्वारा विमान उतारने के पहले प्रयास में तीन बार रनवे को स्पर्श किया था जिससे विशेषज्ञों ने घर्षण दर्ज किया। ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ ने सीएए के सूत्रों के हवाले से बताया कि इसके बाद पायलट ने फिर से उड़ान भरी जिससे अधिकारियों को यह काफी अजीब लगा कि कॉकपिट में चालक दल के सदस्यों ने जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) को ‘लैंडिंग गियर’ के संबंध में किसी समस्या के बारे में सूचित नहीं किया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब विमान ने लैंडिंग के पहले असफल प्रयास में जमीन को स्पर्श किया, तो संभव है कि इंजन का तेल टैंक और ईंधन पंप क्षतिग्रस्त हो गये जिससे पायलट विमान को सुरक्षित नहीं कर पाया। रिपोर्ट में कहा गया है कि कई सवाल बहुत गंभीर हैं कि कॉकपिट में अलार्म सिस्टम पायलटों को आसन्न आपात स्थिति के बारे में जानकारी देने में क्यों और कैसे विफल रहे। पीआईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरशद मलिक ने कहा कि विमान का ब्लैक बॉक्स जांच दल को सौंप दिया गया है। पीआईए के इंजीनियरिंग और रखरखाव विभाग के अनुसार दुर्घटनाग्रस्त विमान की दो महीने पहले जांच की गई थी और इसने दुर्घटना से एक दिन पहले मस्कट से लाहौर के लिए उड़ान भरी थी।
गौरतलब है कि पीआईए की उड़ान संख्या पीके-8303 के शुक्रवार को यहां हवाई अड्डे के निकट एक घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त होने से नौ बच्चों समेत 97 लोगों की मौत हो गई थी और दो यात्री इस हादसे में चमत्कारिक ढंग से बच गए। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार ने पांच प्रमुख हवाई अड्डों इस्लामाबाद, कराची, लाहौर, पेशावर और क्वेटा से 16 मई से घरेलू उड़ानों के संचालन की अनुमति दी थी। इस विमान हादसे के बाद पीआईए ने अपनी घरेलू उड़ानों के संचालन को बंद कर दिया है।