ब्रिटेन के लेबर पार्टी से सांसद बैरी गार्डिनर इन दिनों चर्चा में है। अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से वो सुर्खियों में है। दरअसल ब्रिटेन की सेक्युरिटी एजेंसी एमआई 5 के मुताबिक वो कथित तौर पर चीन के एक जासूस से फंड हासिल कर ब्रिटेन में लोकतंत्र को पटरी से उतारने की की कोशिश की है। बैरी गार्डिनर के बारे में खास बात यह भी है कि 2020 में उन्हें भारत ने पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा था।
क्रिस्टिन चिंग कुई ली से बैरी गार्डिनर का कनेक्शन
क्रिस्टिन चिंग कुई ली नाम के एक शख्स है जो क्रिस्टिन ली एंड कंपनी चलाते हैं। उनके बारे में बताया गया है कि वो बैरी गार्डिनर के दफ्तर को फंड मुहैया कराते रहे हैं।चींग कुई ली की लंदन और बर्मिंघम में दफ्तर हैं। यह फर्म लंदन में चीन के दूतावास को कानूनी मदद भी देने का काम करती है, एक तरह से चीनी दूतावास की चीफ लीगर एडवाइजर है। ली के बेटे डैनियल विल्किस को बैरी गार्डिनर के वेस्टमिंस्टर दफ्तर में कार्यरत थे। लेकिन अब वो इस्तीफा दे चुके हैं।
ब्रेंट इलाके से सांसद हैं बैरी गार्डिनर
बैरी गार्डिनर, ब्रेंट नॉर्थ एरिया का प्रतिनिधित्व करते हैं, बता दें इस इलाके में भारतीय मूल के नागरिकों की तादाद ज्यादा है एमआई 5 जोकि ब्रिटेन की सेक्युरिटी सर्विस को देखती है उसकी तरफ से सांसदों को कहा गया था कि चीनी नागरिक चिंग कूई ली जानबूझकर ब्रिटेन की राजनीति में दखल देने का काम कर रहे हैं और इसके पीछे चीन कम्युनिस्ट पार्टी के युनाइटेड फ्रंट वर्क विभाग का मदद हासिल है।
बैरी गार्डिनर ने दी है सफाई
एमआई 5 ने चेतावनी दी है कि चीन किस तरह से देश के सांसदों में घुसपैठ कर लोकतांत्रिक मामलों में दखल देने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए वो सांसदों से संपर्क बनाता है और धीरे धीरे अपने एजेंडे को जमीन पर उतारने की कोशिश में जुटा है। एमआई 5 का कहना है कि चिंग कुई ली बहुत चतुराई से चीन सरकार की योजना को अमली जामा पहनाने में जुट गया है। इस खबर के बाद ब्रिटेन में रहने वाला भारतीय समाज भी सकते में है। जब इस मामले में हंगामा तेज हुआ तो गार्डिनर ने कहा कि उन्हें नहीं पता है कि चिंग कुई ली जासूस थी। उन्होंने खुद कई दफा खुफिया एजेंसियों से चिंग कुई के बारे में जानकारी साझा की है