इस्लामाबाद : महंगाई समेत अन्य घरेलू मुद्दों पर चौतरफा घिरे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। अब स्थानीय निकाय चुनावों (Local body polls) को लेकर उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) में गुटबाजी एवं मतभेद सामने आ गया है। इस चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर ग्रामीण स्तर एवं परिषद स्तर के कार्यकर्ता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इस विवाद से निपटना पीटीआई के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम इमरान की पार्टी पीटीआई ने कुछ दिनों पहले अपने जिलाध्यक्षों को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थानीय चुनावों के लिए उम्मीदवारों को टिकट देने के लिए कहा है। लेकिन अब कहा जा रहा है कि टिकट बंटवारे पर विवाद इतना बढ़ गया है कि पार्टी ने इस पर आगे न बढ़ना ही ठीक समझा है। इसकी एक बड़ी वजह गांवों एवं परिषदों के कार्यकर्ताओं के बीच पैदा हुई गुटबाजी एवं आपसी मतभेद को बताया जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक पीटीआई के एक अधिकारी ने कहा कि टिकट मांगने वाले उम्मीदवारों की संख्या इतनी ज्यादा है कि पार्टी को तालमेल बिठाने में दिक्कत हो रही है। हर कोई टिकट पाना चाहता है। कोई भी दूसरे को मौका देने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में पार्टी नेतृत्व के सामने दुविधा एवं संकट पैदा हो गया है। पदाधिकारी का कहना है कि टिकट बंटवारे पर विवाद इतना बढ़ गया है कि ऐसे पार्टी कार्यकर्ता जिन्हें टिकट नहीं मिला है, उन्होंने पीटीआई से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पीटीआई और अन्य पार्टियों के लिए स्थानीय निकाय चुनाव आसान नहीं हैं क्योंकि पार्टियों के कार्यकर्ता तहसील निजाम का टिकट चाहते हैं जबकि जिला का नेतृत्व अपने खुद को उम्मीदवारों को टिकट देना चाहता है। पीटीआई के एक अन्य नेता ने कहा कि टिकट बंटवारे को लेकर करीब-करीब सभी दलों में विवाद है। चूंकि, पीटीआई सत्ता में है, इसलिए सभी कोई इसी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना और जीतना चाहता है। इसलिए कार्यकर्ता सभी स्तर पर हाथ-पांव मार रहे हैं।