दुनिया में कई ऐसे लोकेशंस हैं, जो अपनी मौज-मस्ती भरे मिजाज व अंदाज के साथ सेक्स और ड्रग्स कारोबार के लिए जाने जाते हैं। इसी तरह के शहरों में नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम का नाम भी आता है, पर वहां की मेयर विश्व पटल पर शहर की छवि बदलना चाहती हैं। उन्होंने कहा है कि वहां सेक्स और ड्रग्स की चाहत रखने वाले पर्यटक न ही आएं। उनका वहां स्वागत नहीं किया जाएगा।
56 साल की फेमके हलसेमा साल 2018 में एम्स्टर्डम की पहली महिला मेयर के तौर पर चुनी गई थीं। उन्होंने 'ब्लूमबर्ग' को बताया, "जो लोग यहां बहुत लंबे समय से रह रहे हैं, वे खुद को अलग-थलग महसूस करते हैं। हम वेनिस या डबरोवनिक नहीं बनना चाहते, जहां आपका ऐतिहासिक केंद्र एक बंद थीम पार्क बन गया है। आने वाले समय में इसे शहर का रहने योग्य हिस्सा बनाना होगा।"
इंटरव्यू में उन्होंने यह भी बताया कि वह पर्यटकों से प्यार करती हैं। उन लोगों का स्वागत करती हैं जो "हमारे शहर की सुंदरता के लिए, संग्रहालयों के लिए या रात की संस्कृति के लिए आते हैं"। उन्हें और कई अन्य राजनीतिक नेताओं को पर्यटकों के साथ समस्या है, जो एक विशेष "व्यवहार का रूप" प्रदर्शित करते हैं।
उनके अनुसार, "हम उन लोगों का स्वागत नहीं करते हैं जो नैतिकता से छुट्टी पर यहां आते हैं। वे ऐसा रूप व्यक्त करते हैं जिसे वे घर पर व्यक्त नहीं करेंगे। नैतिकता को खोने के लिए यहां आने वाले लोग हमारे लिए एक समस्या है।"
यह स्वीकार करते हुए कि पर्यटन नीदरलैंड की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, हल्सेमा ने कहा कि पर्यटकों की बढ़ती आमद और डच राजधानी में विस्तार चीजों को और अधिक महंगा बना रहा है और जीवन यापन की लागत को बढ़ा रहा है।
दरअसल, खूबसूरत नहरों, सुरम्य सड़कों और महान म्यूजियम वाला एम्स्टर्डम लंबे समय से घुमंतुओं के लिए एक पसंदीदा जगह रहा है। पर इसे कभी-कभार 'पापों का शहर' (City of Sin) भी कहा जाता है, जहां पर एक एक्टिव रेड लाइट एरिया है। चूंकि, एम्स्टर्डम में वेश्यावृत्ति कानूनी है, जबकि वीड को अपराध मुक्त कर दिया गया है। ये दोनों ही चीजें यहां के राजस्व का बड़ा स्रोत हैं।