वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का नतीजा सामने आ चुका है। 274 इलेक्टोरल वोट के साथ जो बिडेन मैजिक फिगर को पार कर चुके हैं। लेकिन मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उस नतीजे को मानने के लिए तैयार नहीं दिखाई दे रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में पेंटागन में कई बड़े बदलाव किए हैं। इसके बाद अमेरिका में इस तरह का चर्चा आम हो चुकी है कि ट्रंप तख्तापलट की तैयारी कर रहे हैं। पेंटागन में सीनियर अधिकारियों को हटाने का क्रम जारी है और इस क्रम में सबसे पहले रक्षा मंत्री एस्पर को हटाया गया था। बताया जाता है कि ट्रंप, एस्पर की कार्यप्रणाली से खुश नहीं थे।
माइक पोंपियो का बयान रखता है मायने
हाल ही में अमेरिका के विदेश माइक पोंपियो ने कहा था कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से पूरी किया जाएगा और ट्रंप प्रशासन अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करेगा। अब इस तरह की बात तो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से ठीक उलट है क्योंकि जो बिडेन को अमेरिकी जनता चुन चुकी है। इसके अलावा अमेरिका की 79 फीसद जनता भी मानती है कि देश की कमान जो बिडेन के हाथ में होगी। लेकिन 13 फीसद लोगों का अभी भी मानना है कि चुनावी नतीजे घोषित नहीं हैं। जबकि तीन फीसद मानते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप दोबारा चुनाव जीत चुके हैं।
रूस ने जो बिडेन को अब तक नहीं दी है बधाई
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद दुनिया के तमाम देशों ने जो बिडेन को बधाई दे दी। बधाई देने के क्रम में भारत भी शामिल है। लेकिन बहुत से ऐसे देश हैं जो चुप्पी साधे हुए और उनमें रूस शामिल है। अब सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है तो जानकार रूस के संबंध में यह मानते हैं मामला तुर्की से जुड़ा हुआ। जो बिडेन मानते हैं कि तुर्की जिस तरह का हरकत कर रहा है उसके पीछे कोई और नहीं बल्कि रूस है, और इस वजह से रूस की अमेरिकी घटनाक्रम पर सीधी नजर है।
जब ट्रंप हो जाते हैं खफा
2020 अमेरिकी चुनाव नतीजे को लेकर रिपब्लिकन में भी मतभेद है। इस पार्टी के एक सीनियर नेता ने कहा कि कोई सीरियस फ्राड नजर नहीं आ रहा है जिसके बाद ट्रंप उन पर बुरी तरह भड़के थे। जार्जिया के साथ फिलाडेल्फिया से भी यही खबर आई कि चुनावी नतीजों में किसी तरह का फ्राड नहीं है। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप उस सच्चाई को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। ट्रंप की भतीजी का कहना है कि वो अनावश्यक बखेड़ा कर रहे हैं, सच्चाई यह है कि चुनाव कोई और जीत चुका है।