उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन पिछले लगभग दो सप्ताह से लापता बताए जा रहे हैं। उनके गुमशुदा होने का अफवाह तेजी से फैल रहा है हालांकि इस बीच कोरियाई मीडिया ने इस सभी अफवाहों को झूठ बताया है। अक्सर चर्चा में रहने वाले किम जोंग उन की उपस्थिति अचानक से गायब हो जाने के बाद से ही दुनियाभर की मीडिया उनके बीमार होने या कोई उनके मौत के भी दावे कर रहा है। कई मीडिया रिपोर्ट में ये दावा किया गया था कि उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी जिसके बाद से उनकी हालत बेहद गंभीर है, उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें आखिरी बार 11 अप्रैल को सार्वजनिक तौर पर देखा गया था इसके बाद से वे कहीं नजर नहीं आए। क्या उत्तर कोरियाई तानाशाह कहां गायब हो गए हैं, क्या है उनके लापता होने का रहस्य हर कोई ये जानना चाह रहा है। इस बीच हम आपको उस रहस्य के बारे में बताएंगे जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। किम जोंग उन पहले ऐसे तानाशाह नहीं हैं जो अचानक से पर्दे से गायब हुए हैं उनके पहले ऐसे कई शासक रहे हैं जिनकी रहस्यमती परिस्थितियों में मौत हुई है या फिर वे अचानक से लापता हो गए हैं।
किम इल सुंग के शासनकाल में वहां पर सब कुछ आज के विपरित यानि सब कुछ सामान्य था। वहां के नेता से और वहां के लोगों से ना तो किसी को कोई नफरत थी और ना ही कोई डर। दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया में इतने कटु संबंध नहीं थे। 1950 में अचानक से उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर हमला बोल दिया जिसके बाद दोनों तरफ से भयानक युद्ध छिड़ गया। इस युद्ध में संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन ने हस्तक्षेप किया लेकिन तीन सालों तक चले इस युद्ध में लाखों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उत्तर कोरिया का मकसद था दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति की हत्या करना। 1983 में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के म्यांमार की यात्रा के दौरान नॉर्थ कोरिया ने उन्हें व उनके कैबिनेट के 21 लोगों की हत्या करने के लिए बम बनाने के लिए एजेंट भेजे।
1986 में द. कोरियाई मीडिया में खबर फैली कि किम इल सुंग की मौत हो गई है इश पर जनता ने खूब जश्न मनाया। यही नहीं जापानी मीडिया में भी किम इल सुंग के मौत को लेकर खूब कहानियां छपी और लोगों ने इस पर विश्वास भी करना शुरू कर दिया। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि किम इल सुंग की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। लेकिन अचानक से नाटकीय घटनाक्रम में किम इल सुंग ने जब प्योंगयांग हवाई अड्डे पर मंगोलियाई प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया तो हर कोई हैरान रह गया। इसके बाद दक्षिण कोरियाई मीडिया को अपनी पिछली रिपोर्ट पर माफी मांगनी पड़ी। अंत में साल 1994 में उनकी मौत क खबर सामने आई।
किम जोंग इल, वर्तमान नेता किम जोंग उन के पिता थे। उनके निधन को लेकर भी दुनियाभर में कई तरह की अफवाहें उड़ी थी। 2004 में इस तरह की अफवाह उड़ी थी। कहा गया था कि उत्तर कोरियाई रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर एक धमाके में उनकी मौत हो गई थी। हालांकि ये धमाका काफी जोर का था और इसमें कई लोगों की जानें गई थी। उसके बाद से वे ना कहीं दिखाई दिए और ना ही उनकी उपस्थिति की कोई खबरें मीडिया में आ रही थी। हर कोई उनके रहस्यमयी मौत की बात कर रहा था। कई सालों तक मीडिया भी अपने तरीके से उनके मौत की कहानियां गढ़ता रहा जो कोरी अफवाह साबित हुई।
यहां तक कि ये अफवाहें इतनी फैल रही थी कि दक्षिण कोरिया के वित्तीय नियामक को ये जांच बैठानी पड़ी कि क्या शेयर बाजारों में हेरफेर करने के लिए ऐसी अफवाहें जान बूझ कर फैलाई जा रही है। साल 2011 में स्वास्थ्य खराब होने और उम्र हो जाने के कारण किम जोंग इल की मृत्यु हो गई। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बार दुनिया की मीडिया को उनकी मौत की भनक तक नहीं लगी जब तक कि उत्तर कोरिय ने दो दिन के बाद उनके मौत की खबर को जारी नहीं किया।
दरअसल किम अपने दादा एवं उत्तर कोरिया के संस्थापक की 15 अप्रैल को 108 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे और इसके बाद से ही उनकी तबीयत खराब होने की अफवाहें फैल गईं थीं। उत्तर कोरिया ने अपने शासक के खराब स्वास्थ्य की अफवाहों से इनकार नहीं किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की स्थिति के बारे में ‘अच्छा अनुमान’ है लेकिन किम के खराब स्वास्थ्य को ले कर चल रही अफवाहों के बीच उस बारे में वह फिलहाल बात नहीं कर सकते। किम जोंग उन के साथ मेरे संबंध काफी अच्छे हैं। अगर मैं राष्ट्रपति नहीं होता तो आप कोरिया के साथ युद्ध में होते..। वह ऐसा उम्मीद कर रहे थे।’ट्रंप ने कहा,‘मैं उम्मीद करता हूं कि वह ठीक हों। मुझे पता है कि उनका क्या हाल है। हम देखेंगे....आपको भी जल्द ही कुछ सुनाई देगा।’उपग्रह से ली गई तस्वीरों के आधार पर कुछ खबरें आई हैं कि एक ट्रेन जो शायद किम की है वह एक सप्ताह से उनके परिसर में खड़ी है।