Baba Vanga Predictions 2022 in Hindi: बाबा वैंगा...यह नाम तो आपने सुना ही होगा। उनकी दो भविष्यवाणियां साल 2022 में सही साबित हुई हैं। पहली ऑस्ट्रेलिया से जुड़ी हुई, जबकि दूसरी- बड़े शहरों के सूखाग्रस्त होने की। उन्होंने आशंका जताई थी कि ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ आ सकती है। 'दि सन' की रिपोर्ट में बताया गया कि इसी साल ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर मूसलाधार बारिश हुई थी। पानी गिरने के बाद वहां फ्लैश फ्लड की नौबत देखने को मिली थी।
वैंगा ने इसके अलावा बिना किसी इलाके का जिक्र करते हुए यह भी कहा था कि बड़े शहर सूखे का शिकार हो सकते हैं। मौजूदा समय में यूरोप का हाल देखें तो ग्लेशियर और पानी से घिरा ब्रिटेन, इटली और पुर्तगाल जैसे इलाके सूखे की मार से गुजरे। आलम यह है कि वहां पर लोगों को पानी की बचत की सलाह दी गई। ब्रिटेन में कुछ रोज पहले सूखे का ऐलान कर दिया गया।
भारत पर क्या की थी भविष्यवाणी?
वैंगा ने हिंदुस्तान को लेकर कहा था कि वहां टिड्डियों का अटैक हो सकता है। दरअसल, उनकी आशंका थी कि तापमान में गिरावट के चलते टिड्डियों का प्रकोप बढ़ेगा। वे फसलों को नुकसान पहुंचाएंगे और अकाल तक की स्थिति पनप सकती है। हालांकि, यह सिर्फ भविष्यवाणी है और हमारा मकसद इसके जरिए अंधविश्वास फैलाना नहीं है। यह सच होगी या नहीं? इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
नए वायरस को लेकर कही थी यह बात
वैसे, बाबा वैंगा की पूर्व में की गई कुछ भविष्यवाणियां गलत भी साबित हुई हैं। उन्होंने जैसा कहा था, वैसा देखने को नहीं मिला। उन्होंने इसके अलावा साइबेरिया में खतरनाक वायरस के आने को लेकर भविष्यवाणी की थी। कहा था कि लोग इसका शिकार होंगे और मौत के मुंह में जाएंगे।
'बाल्कन्स की थीं नास्त्रेदमस'
नॉर्थ मैसेडोनिया में तीन अक्टूबर 1911 को जन्मीं वैंगेलिया पंदेवा गश्त्रोवा (Vangeliya Pandeva Gushterova) को दुनिया बाबा वैंगा के नाम से भी जानती है। वह बुल्गारिया की एक रहस्यवादी और औषधिविद थीं। उन्हें बाल्कन्स की नास्त्रेदमस कहा जाता था। कहा जाता है कि उन्हें भविष्य देखने की शक्ति मिली थी।
तूफान आया और ले गया आंखों की रोशनी!
बचपन से ही नेत्रहीन थीं। कहा जाता है कि वह जब 12 साल की थीं, तब एक भीषण तूफान (फ्रीक टॉर्नैडो) के दौरान रहस्यमयी तरीके से उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। उन्होंने अपना अधिकांश जीवन बुल्गारिया के कोझुह पहाड़ों में रूपाइट क्षेत्र में बिताया था। 11 अगस्त, 1996 को बुल्गारिया के सोफिया में उनका निधन हो गया था।