Elon Musk Bougt Twitter:दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने ट्विटर क्या खरीदा, बाइडेन प्रशासन की नींद उड़ गई है। उसे लगता है कि मस्क के हाथों में आने से ट्विटर पर गलत सूचनाओं की बाढ़ आ सकती है। और यही नहीं इसकी वजह से 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर भी असर पड़ सकता है। इसके साथ ही बाइडेन प्रशासन को इस बात का भी डर है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप की भी ट्विटर पर वापसी हो सकती है। जिन्हें ट्विटर ने जनवरी 2021 में प्रतिबंधित कर दिया था ।
मस्क की प्राइवेट कंपनी बन जाएगी ट्विटर
मस्क ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विवटर को खरीदने के लिए 44 बिलियन डॉलर की डील की है। इसके तहत मस्क को ट्विटर के हर शेयर के लिए 54.20 डॉलर चुकाने होंगे। हाल ही में मस्क 9 फीसदी हिस्सेदारी खरीदकर ट्विटर के सबसे बड़े शेयर होल्डर बन गए हैं। नई डील के बाद मस्क के पास कंपनी की 100 फीसदी हिस्सेदारी होगी और ट्विटर उनकी प्राइवेट कंपनी बन जाएगी। अब बाइडेन प्रशासन को इसी बात का डर है कि मस्क आजादी के नाम पर कहीं मनमानी न करने लगें।
इसके पहले मस्क इस बात की बार-बार शिकायत करते रहे है कि ट्विटर पर फ्री स्पीच प्रतिबंधित है। डील होने के बाद उन्होंने एक बयान में कहा कि ट्विटर एक 'डिजिटल टाउन स्क्वायर' है, जहां मानवता के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण मामलों पर बहस होती है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्विटर में अनलॉक करने की जबरदस्त क्षमता है और वह नई सुविधाओं के साथ प्लेटफॉर्म को बढ़ाने का इरादा रखते हैं। यही नहीं भरोसे को बढ़ाने के लिए एल्गोरिदम को खुला स्रोत बना रहे हैं।
क्या वापसी करेंगे ट्रंप
जैसा कि बाइडेन प्रशासन ने चिंता जताई है, सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या अब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ट्विटर पर वापसी करेंगे। ट्रंप को 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल्स पर हिंसा भड़काने के लिए झूठी सूचनाएं देने के आरोप में, ट्विटर ने प्रतिबंधित कर दिया था। उस समय ट्रंप के 8.8 करोड़ फॉलोअर्स थे। प्रतिबंध के बाद ट्रंप ने अपना प्लेटफॉर्म Truth Social शुरू कर दिया था। हालांकि फॉक्स न्यूज ने ट्रंप के संबंध में यह दावा किया है कि उनका ट्विटर पर वापसी का कोई इरादा नहीं है।
एलन मस्क ने खरीद लिया Twitter, 44 बिलियन डॉलर में हुआ सौदा
2024 में अमेरिकी चुनाव पर होगा असर
बाइडेन प्रशासन के सूत्रों के अनुसार सबसे बड़ी चिंता यही है कि मस्क के हाथों में ट्विटर आने के बाद, उसमें गलत सूचनाओं की बाढ़ आ सकती है। और अगर ऐसा होता है तो 2024 के अमेरिकी चुनाव पर असर होगा। क्योंकि दुनिया भर में सोशल मीडिया मतदाताओं को प्रभावित करने का सबसे बड़ा जरिया बना गया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)