लंदन : बोरिस जॉनसन ने गुरुवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले जॉनसन के 50 से अधिक मंत्रियों या सहयोगियों ने उनका साथ छोड़कर इस्तीफा दे दिया था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कंजर्वेटिव पार्टी का नेता पद छोड़ने की घोषणा की और कहा कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद को छोड़ कर वह उदास हैं। जॉनसन ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री के सरकारी आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद को छोड़ कर मैं कितना उदास हूं। वे आखिरकार कंजरवेटिव पार्टी (टोरी) के नेता के तौर पर इस्तीफा देने के लिए सहमत हो गए थे जिसके साथ देश में एक अभूतपूर्व राजनीतिक संकट का अंत हो गया। अब पार्टी के नए नेता का चुनाव होगा, जो नए प्रधानमंत्री होंगे।
कंजरवेटिव पार्टी के एक सम्मेलन में नया नेता चुनने की प्रक्रिया पूरी होने तक जॉनसन (58) 10 डाउनिंग स्ट्रीट के प्रभारी बने रहेंगे। पार्टी का सम्मेलन अक्टूबर में होने का कार्यक्रम है। कई दिनों तक चले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद यह कदम उठाया गया है। जॉनसन के मंत्रिमंडल के कई सदस्य मंगलवार से इस्तीफा दे चुके हैं। देश के नए वित्त मंत्री नदीम जहावी ने जॉनसन के इस्तीफे की मांग की थी। जॉनसन के उन्हें नया वित्त मंत्री नियुक्त किया था, जिसके 36 घंटे बाद ही उन्होंने यह मांग कर डाली थी। वित्त मंत्री नदीम जहावी ने जॉनसन के नेतृत्व पर सवाल उठाया था और कहा था कि प्रधानमंत्री आपको पता है कि सही कदम क्या है, अब जाइए।
बोरिस जॉनसन को एक घुलने-मिलने वाला नेता कहा जाता रहा है। वह जनता के उन वर्गों तक भी पहुंच रखते हैं, जिनके बीच अन्य नेता नहीं जा सकते। हालांकि यह बात भी साफ है कि उनकी सरकार में एक के बाद एक कांड सामने आने, देश की आर्थिक हालत बदतर होने और सिलसिलेवार हड़तालों के चलते उनकी कुर्सी संकट में घिरी दिखाई दे रही थी। इस बीच, देश की जनता, जॉनसन और कंजरवेटिव पार्टी की तरफ से संकेत मिल रहे थे कि ब्रिटेन में सत्ता परिवर्तन हो सकता है।
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हाल ही में 'यूगोव' ने 3,000 वयस्कों पर किए गए। सर्वे के अनुसार करीब 70 प्रतिशत लोगों का कहना था कि जॉनसन को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और केवल 18 प्रतिशत ने कहा था कि उन्हें पद पर बने रहना चाहिए। साल 2019 में हुए चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी को वोट देने वाले मतदाताओं में से भी 54 प्रतिशत ने कहा था कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। केवल 33 प्रतिशत को लगता था कि देश की बागडोर उनके हाथों में ही रहनी चाहिए। हालांकि अधिकतर लोगों को लगता था कि वह पद से इस्तीफा नहीं देंगे। गौर हो कि साल 2019 के चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी को वोट देने वाले लोग अन्य लोगों की तुलना में यह ज्यादा मानते थे कि जॉनसन इस्तीफा दे देंगे। इस समूह में शामिल एक चौथाई लोगों ने कहा था कि जॉनसन निश्चित रूप से या संभवत: इस्तीफा देंगे।