Rishi Sunak is Frontrunner in British PM Race:बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद ब्रिटिश पीएम की रेस अब शुरू हो गई है। और इस रेस में भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने पहला पड़ाव, सबसे आगे रहकर पार कर लिया है। एलिमिनिशेन राउंड की दूसरी दौर की वोटिंग में भी ऋषि सुनक 101 वोट के साथ सबसे आगे हैं। उसके बाद 83 वोट पाने वाली ट्रेड मिनिस्टर पेनी मोर्डोंट दूसरे नंबर पर हैं। वही तीसरे नंबर पर विदेश सचिव लिज ट्रस ने 64 वोट हासिल किए हैं।
इसके पहले दौर की वोटिंग में भी ऋषि सुनक ही सबसे आगे थे। उस दौर में उन्हें 88 वोट मिले थे, उसके बाद पेनी मोर्डोंट 67 वोट मिले थे। जबकि लिज ट्रस को 50 वोट मिले थे। दो दौर की वोटिंग के बाद अब ब्रिटिश पीएम पद की रेस में 5 उम्मीदवार रह गए हैं। और ऋषि सुनक अपनी बढ़त बनाए हुए हैं। लेकिन इन दौर और ताजा सर्वेक्षण से साफ है कि सुनक के रास्ते में सबसे बड़ी चुनौती पेनी मोर्डोंट हैं। जो भले ही पहले दो राउंड की वोटिंग में दूसरे नंबर पर हैं। लेकिन कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यो पर किए गए सर्वे में वह सबसे आगे हैं और यही सुनक के लिए चिंता का विषय है।
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क्या कहता है सर्वेक्षण
Yougov द्वारा 13 जुलाई को कंजरवेटिव पार्टी के 876 सदस्यों पर कराए गए सर्वेक्षण में पेनी मोर्डोंट कहीं आगे हैं। उसके अनुसार पेनी मोर्डोंट को 27 फीसदी कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों का समर्थन हासिल है। जबकि दूसरे नंबर पर 15 फीसदी वोट के साथ केमी बेडीनॉक हैं, वहीं तीसरे नंबर पर 13 फीसदी वोट के साथ ऋषि सुनक और लिट ट्रस है।
अहम बात यह है कि इसके पहले Yougov द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में ऋषि सुनक और पेनी मोर्डोंट के बीच केवल एक फीसदी वोट का फासला था। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद तुरंत कराए गए सर्वे में पेनी मोर्डोंट 13 फीसदी और ऋषि सुनक को 12 फीसदी वोट मिले थे। यानी इन दो सर्वे का बाद दोनों के बीच फासला बढ़ गया है।
क्यों अहम है ये सर्वेक्षण
असल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के पास बहुमत होने की वजह से पार्टी के अंदर ही प्रधानमंत्री चुनने की प्रक्रिया हो रही है। इसके तहत नॉमिनेशन, एलिमिनेशन और फाइनल सेलेक्शन के राउंड होते हैं। इस समय एलिमिनेशन राउंड चल रहा है। और यह राउंड अंतिम 2 उम्मीदवारों के रहने तक चलेगा। उसके बाद फाइनल सेलेक्शन राउंड होगा। जिसमें पार्टी के सांसद और अन्य सदस्य वोटिंग करते हैं। जो कि पोस्टल बैलेट के जरिए वोट डालते हैं। और उसमें जीतने वाला उम्मीदवार प्रधानमंत्री पद के लिए चुना जाएगा। एलिमिनेशन राउंड और सेलेक्शन राउंड का यही अंतर ऋषि सुनक की दावेदारी पर असर डाल सकता है। इसलिए सर्वेक्षण के परिणाम काफी मायने रखते हैं। और ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने की राह में सबसे बड़ी चुनौती पेनी मोर्डोंट हैं। और आने वाले दिनों में देखना होगा कि सुनक इस चुनौती को कैसे पार करते हैं।