नई दिल्ली: चीन के नापाक इरादे दुनिया में किसी से छिपे नहीं हैं। वैश्विक स्तर पर भी वह अपना आधिपत्य स्थापित करने की लगातार कोशिशों में जुटा रहता है और इसके लिए वह किस हद तक जा सकता है, इसकी झलक उसके 'हनीट्रैप मिशन' के जरिए देखने को मिलती है। चीन अपनी खूबसूरत महिला जासूसों के माध्यम से अमेरिका, ब्रिटेन और यहां तक कि अफगानिस्तान तक में जासूसी करा चुका है। कुछ समय पहले अमेरिका को चीन की एक ऐसी जासूस के बारे में पता चला जो चार साल अमेरिका में बिताने के बाद वापस पेइचिंग चले गई। इस जासूस का नाम है क्रिस्टीन फांग।
क्रिस्टीन फांग ने अमेरिका के खुफिया अधिकारियों सहित कई राजनेताओं को ऐसा चकमा दिया कि किसी को भनक तक नहीं लगी और जैसे ही भनक लगी तो तब तक वह अपने काम को अंजाम देकर वापस चीन जा चुकी थी। क्रिस्टीन फांग एक स्टूडेंट के रूप में अमेरिका आई और अपने हुस्न से अमेरिकी नेताओं को इस कदर अपने जाल में फंसा लिया कि उन्हें पता तक नहीं चला।
हाल ही में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक, क्रिस्टीन फांग 2010-11 में अमेरिका आई और 4 साल यहां बिताने के बाद चीन चले गईं। क्रिस्टीन फांग ने कई अमेरिकी राजनेताओं के साथ इस दौरान शारीरिक संबंध भी बनाए और कहा जा रहा है कि इसके जरिए उसने नेताओं से सीक्रेट भी हासिल कर लिए। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक क्रिस्टीन फांग के हुस्न के जाल में एक अमेरिका मेयर से लेकर निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडेन की पार्टी का एक सांसद तक शामिल था।
क्रिस्टीन फांग ने अपने मिशन को इस कदर अंजाम दिया कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई को भनक लगने तक वह देश से जा चुकी थी। जैसे ही एफबीआई को क्रिस्टीन फांग के बारे में पता चला तो उसने रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया लेकिन तब तक क्रिस्टीन फरार हो चुकी थी।
कहा जाता है कि क्रिस्टीन को देश से फरार करवाने में कई अमेरिकी राजनेताओं का हाथ था क्योंकि उन्हें डर था कि अगर क्रिस्टीन पकड़ी गईं तो उनके कई राज सामने आ सकते हैं।
'द सन' की रिपोर्ट के अनुसार चीन हर साल हनीट्रैप मिशन को अंजाम देने के लिए बड़ी संख्या में खूबसूरत लड़कियों का चयन करता है और फिर उन्हें अच्छी अंग्रेजी सिखाकर अमेरिकी कॉलेजों में दाखिला दिलाता है। जिसके बाद ये खूबसूरत लड़कियां अमेरिका नेताओं और अधिकारियों को अपने हुस्न के जाल में फंसाती हैं और जानकारी हासिल करती हैं।