बीजिंग : कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में कोहराम मचा है। इस वायरस से दुनियाभर में तबाही मची हुई है, जिसकी शुरुआत चीन के वुहान शहर से मानी जाती है, लेकिन चीन इसे मानने को तैयार नहीं है कि यह वायरस वहीं से फैला। चीन पहले भी कह चुका है कि उसके वैज्ञानिक इसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह वायरस कहां से पनपा। अब चीन ने इसे लेकर सीधे अमेरिका पर उंगली उठाई है।
अमेरिका पर उठाई उंगली
अमेरिका जहां इसे 'वुहान वायरस' बोलकर चीन पर पूरी दुनिया को खतरे में डालने के लिए निशाना साधता रहा है, वहीं बीजिंग ने अब इसके पीछे 'साजिश' का इशारा करते हुए उंगली अमेरिका की तरफ उठाई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने कहा कि संभव है कि वुहान में यह वायरस अमेरिकी सेना के कारण पहुंचा हो। अपने दावे के संबंध में हालांकि उन्होंने कोई साक्ष्य नहीं दिया।
'कॉन्सपिरेसी थ्योरी'
इस संबंध में शुक्रवार को उन्होंने एक वेबसाइट के आर्टिकल का लिंक भी साझा किया, जो मुख्य तौर पर 9/11 हमलों को लेकर 'कॉन्सपिरेसी थ्योरी' से संबंधित स्टोरी करने के लिए जाना जाता है। उनके इस पोस्ट के बाद चीनी सोशल मीडिया पर भी तेजी से यह बात फैली, जिसमें चीनी से होकर पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैलने के पीछे अमेरिका का हाथ होने का संशय जताते हुए तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं।
इसे बता रहे हैं सबूत हैं
चीनी सोशल मीडिया वीबो पर इस सप्ताह एक अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी का वीडियो खूब सर्च किया गया, जिसमें वह कहते सुने रहे हैं कि फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित कुछ लोगों की मौत के बाद सामने आई टेस्ट रिपोर्ट में उनके COVID-19 से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है। चीनी सोशल मीडिया के यूजर्स इस वीडियो को इस साक्ष्य के तौर पर पेश कर रहे हैं कि यह वायरस अमेरिका से फैला।
विश्लेषकों का मानना है कि चीन इस तरह की 'कॉन्सपिरेसी थ्योरी' का प्रचार इस वायरस को लेकर घरेलू स्तर पर फैले असंतोष से ध्यान भटकाने के लिए कर रहा है, जहां इस बीमारी से 3,100 लोगों की जान जा चुकी है।