China Bank Crisis:चीन में बड़ा बैंक संकट खड़ा हो गया है। हालात इतने बदतर हैं कि कई बैंकों ने अपने ग्राहकों के पैसे निकालने पर रोक लगा दी है। ऐसे में हजारों बैंक ग्राहक सड़कों पर पिछले दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर प्रदर्शन हिंसक हो गया है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार चीन में करीब 4 लाख ग्राहकों पैसे फंसे हुए और ताजा रिपोर्ट के अनुसार बढ़ते उग्र प्रदर्शन और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मीडिया में मुद्दा बनने के बाद बैंक नियमाक ने 15 जुलाई से कुछ ग्राहकों को थोड़ी-थोड़ी राशि निकालने की सुविधा देने का भरोसा दिलाया है।
क्या है मामला
रिपोर्ट के अनुसार, संकट में फंसे ज्यादातर बैंक ग्रामीण इलाकों के हैं। हेनान प्रांत के चार बैंकों के कैश निकासी पर बैन लगा दिया गया है। लोग अपने बैंक खाते से पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं। इतना ही नहीं बैंक के वेबसाइट भी काम नहीं कर रही हैं। और लोग ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा भी नहीं ले पा रहे हैं। इसमें हेनान और अनहुई प्रांत के 5 ग्रामीण बैंकों में घोटाले की भी बात सामने आई है। हालात इतने बदतर है कि रविवार को झेंग्झौ शहर में पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के बाहर करीब एक हजार बैंक ग्राहक अपने पैसे वापस मांगने के लिए एकत्र हुए थे। एक वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारियों को सफेद कपड़े पहने अज्ञात पुरुषों द्वारा पीटे जाने और घसीटते हुए देखा गया। चीन में ऐसे करीब 4000 बैंक हैं, जिनकी कुल एसेट में करीब 25 फीसदी हिस्सेदारी है
कैसे फंसे लोगों के पैसे
असल में चीन के ग्रामीण इलाकों में कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को ऊंची ब्याज दर का हवाला दिया था। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने इन बैंकों ने अपनी जमा पूंजी निवेश कर दी। इसके अलावा चीन में रियल एस्टेट संकट ने स्थिति और बिगाड़ दी, इसका असर यह हुआ है कि बैंकों द्वारा दिए गए कर्ज भी फंस गए है। जिसकी वजह से भी बैंकों के सामने नकदी की किल्लत आ गई है। बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बाद अब लोगों के जमा पूंजी चरण बद्ध तरीके से थोड़ी मात्रा में देने का वादा किया गया है।
इस तरह मिलेगा पैसा
रिपोर्ट्स के अनुसार राष्ट्रीय बैंकिंग नियामक ने सोमवार को को कहा है कि हेनान और अनहुई प्रांतों के पांच ग्रामीण बैंकों के ग्राहक जिनकी पूंजी अप्रैल से जमा की गई ती, उन्हें वापस मिल जाएगी।इसके तहत 50,000 युआन तक की जमा राशि वाले ग्राहकों को 15 जुलाई से पैसा चुकाया जाएगा, अन्य ग्राहकों को चुकाने की व्यवस्था बाद में की जाएगी।