नई दिल्ली: भारत और चीन के दरियमान लद्दाख में महीने भर से सीमा गतिरोध जारी है। सीमा पर तनाव को सुलझाने के लिए शनिवार को ही कोर कमांडर लेवल की बातचीत हुई, लेकिन चीन अपने दोहरा चरित्र से बाज नहीं आ रहा। भारत और चीन के सैन्य कमांडरों की बातजीत के एक दिन बाद चीनी सेना ने रविवार को प्रोपेगेंडा वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में हजारों चीनों सैनिकों को भारतीय बॉर्डर पर सैन्य अभ्यास करते हुए दिखाया गया है। चीन की सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने इस वीडियो को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंड पर अपलोड किया है। वीडियो में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान एयरबोर्न ब्रिगेड के साथ सैन्य अभ्यास कर रहे हैं।
'पूरी प्रक्रिया कुछ ही घंटों में पूरी हो गई'
ग्लोबल टाइम्स की के मुताबिक, सीमा पर तनाव के बीच ऊंचाई वाले उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में हजारों पैराट्रूपर्स और बख्तरबंद वाहनों के साथ बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास का आयोजन किया। इस दौरान भारत से लगती सीमा पर युद्ध के समय तेजी से भारी हथियार और सैन्य साजोसामान पहुंचाने की तैयारियों को परखा गया। ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि ये पूरी प्रक्रिया चंद घंटों में पूरी कर ली गई। वहीं, चीनी विशेषज्ञों ने कहा कि पूरी प्रक्रिया को कुछ ही घंटों में पूरा कर लिया गया। जिसमें जरुरत पड़ने पर सीमा सुरक्षा को जल्द से जल्द मजबूत करने की चीन की क्षमता का प्रदर्शन किया गया।
भारत-चीन शांतिपूर्ण समाधान के लिए सहमत
भारतीय विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि भारत और चीन द्विपक्षीय समझौतों तथा दोनों देशों के नेताओं द्वारा दिए जाने वाले दिशानिर्देशों के अनुरूप सीमा मसले के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सैन्य तथा राजनयिक वार्ता जारी रखने पर सहमत हो गए हैं। विदेश मंत्रालय ने पूर्वी लद्दाख गतिरोध पर दोनों देशों की उच्चस्तरीय सैन्य वार्ता के परिणामों की जानकारी साझा करते हुए यह बात कही। दोनों देशों की सेनाओं के सैन्य कमांडरों ने शनिवार को उच्च हिमालयी क्षेत्र में महीने भर से चले आ रहे गतिरोध को सुलझाने के प्रयास में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के चीन के भूभाग की तरफ माल्डो में विस्तृत वार्ता की।