पेरिस: दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले 15 लाख से अधिक का आंकड़ा पार कर गए हैं।आधिकारिक सूत्रों से एकत्रित किए गए आंकड़ों के अनुसार, गत वर्ष चीन में इस विषाणु के सामने आने के बाद से 192 देशों और क्षेत्रों में 1,502,478 संक्रमित लोगों में से 87,320 लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रीय प्रशासनों और विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों से बनी तालिका संक्रमण के वास्तविक मामलों का केवल एक हिस्सा है। कई देश केवल गंभीर मामलों की ही जांच कर रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर लगाया आरोप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर निशाना साधते हुए उसके प्रमुख पर चीन की तरफदारी करने तथा संयुक्त राष्ट्र एजेंसी की आर्थिक सहायता रोकने की दोहराई है और विश्व संगठन पर कोरोना वायरस को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने डब्ल्यूएचओ को अमेरिका की ओर से धन दिये जाने पर रोक लगाने और कोरोना वायरस से निपटने में उसके आह्वान पर कार्रवाई नहीं करने के लिए उसकी आलोचना करने के एक दिन बाद यह आरोप लगाया है।
ट्रंप ने जिनेवा स्थित वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी की कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के उसके शुरूआती दिशानिर्देश की भी आलोचना की।डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने इससे पहले कोविड-19 को राजनीतिक रंग नहीं देने का आगाह करते हुए कहा कि इस तरह के कदम से केवल मौत के मामले बढ़ेंगे। इसके बाद अमेरिका ने नये सिरे से आरोप लगाये हैं।
कोरोना वायरस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए- ट्रंप
टेड्रोस ने बुधवार को कहा था कि अगर आप चाहते हैं कि ये और घातक हो और लाशों की संख्या बढ़ जाए तो इस पर राजनीति करें। अगर आप ऐसा नहीं चाहते तो राजनीति करने से बचें। कुछ घंटे बाद ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना वायरस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए लेकिन डब्ल्यूएचओ प्रमुख ऐसा ही कर रहे हैं और चीन की तरफदारी कर रहे हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जब वह राजनीति करने की बात करते हैं तो खुद राजनीति करते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।