नई दिल्ली। साल 2020 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। यह साल खुशियों से ज्यादा लोगों के खाते में दुख दे गया। दुनिया के संपन्न देश हों या गरीब देश हर किसी को कोरोना वायरस नाच नचा रहा है। कोरोना वायरस का डंक इतना गहरा है कि उससे जो दिक्कतें पैदा हो रही हैं उससे पीछा छुड़ाना मुश्किल हो गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते संयुक्त राज्य अमेरिका में, हर 33 सेकंड में COVID-19 से एक शख्स की मौत हुई राज्य और काउंटी रिपोर्टों के एक रायटर विश्लेषण के अनुसार, कोरोना की वजह से बीते सप्ताह यानि 20 दिसंबर तक 18,000 से अधिक लोगों की जान चली गई जो 20 दिसंबर वाले हफ्ते पहले करीब 6.7% अधिक है।
अधिकारियों की दलील नहीं आई काम
स्वास्थ्य अधिकारियों ने हर अमेरिकी नागरिक से अपील की थी वो साल के अंत में होने वाली छुट्टियों के दौरान देश के अलग अलग हिस्सों में ना जाएं। लेकिन उसका कोई असर नहीं पड़ा। दलीलों के बावजूद, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को 3.2 मिलियन लोगों को अमेरिकी हवाई अड्डों पर देखे गए। स्वास्थ्य अधिकारी इस बात से ज्यादा परेशान हैं कि छुट्टी में कार्यक्रमों के आयोजन की वजह से संक्रमण में वृद्धि होगी और उसकी वजह से अस्पताल प्रभावित होंगे।
अमेरिका में टीकाकरण शुरू
अमेरिका ने दो नए टीकों को कोरोना से पीड़ित लोगों को देना शुरू किया है लेकिन जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है उसकी वजह से सरकार की कोशिशों पर पानी फिर सकता है। पिछले सप्ताह नए COVID-19 मामलों की संख्या 1% गिरकर लगभग 1.5 मिलियन हो गई थी। रायटर्स के विश्लेषण के अनुसार, टेनेसी, कैलिफोर्निया और रोड आइलैंड में प्रति व्यक्ति नए मामले सबसे अधिक थे। प्रति व्यक्ति मृत्यु के मामले में, आयोवा, दक्षिण डकोटा और रोड आइलैंड सबसे ज्यादा प्रभावित थे।
5 फीसद से अधिक पॉजिटिव रेट चिंता का विषय
संयुक्त राज्य अमेरिका के सभी हिस्सों से 11.3% परीक्षण पॉजिटिव थे जबकि पिछले सप्ताह यह दर 12 फीसद था। 50 राज्यों में से, 31 में 10% या उससे अधिक की सकारात्मक परीक्षण दर थी। आयोवा और इडाहो में उच्चतम दरें 40% से अधिक थीं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अगर 5% से ऊपर सकारात्मक परीक्षण आता है तो वो गंभीर विषय है जिस पर तात्कालिक तौर पर लगाम लगाने की जरूरत होती है।