बीजिंग : कोरोना वायरस के खिलाफ शानदार अंदाज में लड़ाई लड़ते हुए गुरुवार को चीनी सरकार ने वुहान में सात दिन के अंतराल में दूसरा नया अस्पताल बना डाला। वुहान शहर में ही एक महीने पहले कोरोने से ग्रसित पहले मरीज की पुष्टि हुई थी। इसके बाद इस वायरस ने तेजी से अपने पैर पसारते हुए हजारों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया और सैकेड़ों को लील लिया।
आज स्थिति यह है कि इस जानलेवा वायरस की वजह से चीन में अबतक तकरीबन 600 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 31 हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में हैं। वुहान इस पूरी त्रासदी के केंद्र में बना हुआ है।
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वुहान में बना ये दूसरा विशेष अस्पताल का क्षेत्रफल 80 हजार वर्ग मीटर है। इसमें 1600 मरीजों का इलाज किया जा सकता है। लीशेनशान हॉस्पीटल को बनाने में तकरीबन 1 सप्ताह का समय लगा। इसका निर्माण कार्य 25 जनवरी को शुरू किया गया था।
ताजा खबर के मुताबिक लीशेनशान अस्पताल बन कर पूरी तरह से तैयार हो गया है। 8 फरवरी से इस अस्पताल की शुरुआत भी हो गई है और यहां पर कोरोनावायरस के पहले मरीज को भर्ती किया गया है। अस्पताल में 15,00 बेड की जगह है और करीब 2,000 स्टाफ लगाए गए हैं।
इससे पहले भी 10 दिनों में बनाया था अस्पताल
इससे पहले भी 10 दिनों के भीतर वुहान में एक विशाल अस्पताल का निर्माण किया गया था। ये अपने आप में एक आश्चर्य है कि महज 10 दिनों में पीड़ितों के इलाज के लिए इतना बड़ा अस्पताल तैयार कर लिया गया था।
इस अस्पताल का नाम Huoshenshan रखा गया है। यह अस्पताल रविवार को बन कर तैयार हो गया है। और इसे सोमवार से खोल भी दिया गया जहां पर कोरोनावायरस से पीड़ित लोग अपना इलाज कराने आ रहे हैं।
इस अस्पताल की क्षमता 1000 बेड की है, इसका मतलब है कि एक बार में इस अस्पताल में 1000 मरीजों का इलाज किया जा सकता है। इसके अलावा अस्पताल में कुल 1,400 मेडिकल स्टाफ तैनात किए गए हैं जो दिन-रात मरीजों के इलाज में मदद करेंगे।
आपको बता दें कि चीन के वुहान प्रांत से शुरू हुई इस जानलेवा वायरस का असर पूरी दुनिया पर दिखने लगा है। यही कारण है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है।