जेनेवा : चीन में कोरोना वायरस महामारी की तरह फैल रही है। इस जानलेवा संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या जहां 213 हो गई है, वहीं 9,692 मरीजों के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इस बीच इसका खतरा अन्य देशों में भी बढ़ता ही जा रहा है। भारत में भी गुरुवार को एक मामले की पुष्टि हुई। इसके अलावे जापान, जर्मनी, वियतनाम और अमेरिका में भी इसका संक्रमण बढ़ता जा रहा है।
चीन के अलावे दुनिया के कुल 18 देशों में कोरोना वायरस के 82 मामले सामने आए हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ की ओर से कहा गया है कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि इस जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वय बनाया जा सके, क्योंकि सबसे बड़ी चिंता उन देशों में इस वायरस के फैलने को लेकर है, जहां स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत नहीं है।
डब्ल्यूएचओ की ओर से यह फैसला कई ऐसे लोगों में भी वायरस होने की पुष्टि के बाद लिया गया है, जो चीन की यात्रा नहीं करने के बावजूद इसकी चपेट में आए हैं। यहां उल्लेखनीय है कि चीन में इस जानलेवा संक्रमण का मामला सामने आने के बाद कई देशों ने इस देश की यात्रा नहीं करने को लेकर अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी भी जारी की तो कुछ देशों ने चीन और इसके शहर वुहान की यात्रा को ही प्रतिबंधित कर दिया। भारत ने भी अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की थी।
इस बीच वुहान में फंसे लगभग 300 भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया का विमान आज (शुक्रवार, 31 जनवरी) दिल्ली से वुहान जाएगा। इसके लिए भारतीय अधिकारी पिछले कुछ दिनों से चीन के संपर्क में थे, जिसने वुहान को पूरी तरह लॉकडाउन कर रखा है। चीन से आने वाले भारतीय नागरिकों को अनिवार्य रूप से दो सप्ताह के लिए अस्पताल में बने एक अलग वार्ड में रखा जाएगा और उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच होगी। आवश्यकता के अनुसार उन्हें जरूरी इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।