वाशिंगटन : कोरोना वायरस का डेल्टा स्ट्रेन दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है, जिसे न केवल अधिक संक्रामक, बल्कि अधिक खतरनाक भी बताया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ-साथ अमेरिका ने भी वायरस के इस स्ट्रेन को लेकर चेतावनी जारी की है। अब तक करीब 80 देशों में कोरोना वायरस का यह स्ट्रेन पाया गया है। संक्रमण से बचाव के लिए लगातार वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है।
कोरोना वायरस के डेल्टा स्ट्रेन को लेकर चेताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस का यह स्ट्रेन वायरस के अन्य स्ट्रेन्स की तुलना में अधिक संक्रामक है। यह कहीं अधिक तेजी से फैलता है। भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, श्रीलंका सहित दुनिया के कई देशों में वायरस का यह स्ट्रेन पाया गया है, जो बेहद संक्रामक होने के साथ-साथ अधिक जोखिमभरा भी है।
कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की गंभीरता को देखते हुए अमेरिका ने भी चेताया है और बचाव के लिए नागरिकों से टीकाकरण के लिए आगे आने की अपील की है। राष्ट्रपति जो बाइडन ने वैक्सीनेशन पर जोर देते हुए कहा कि कोरोना वायरस का नया वैरिएंट उन लोगों के लिए जोखिमभरा हो सकता है, जिन्होंने टीके नहीं लगवाए हैं। बीते एक महीने के मुकाबले यह जोखिम अब कहीं अधिक है।
ब्रिटेन में भी बीते एक सप्ताह में कोरोना वायरस के डेल्टा स्ट्रेन के कई मामले सामने आए हैं। बीते कुछ समय में यहां 99 फीसदी मरीज कोरोना वायरस के इसी स्ट्रेन से संक्रमित पाए जा रहे हैं। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) के आंकड़े बताते हैं कि डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने का खतरा भी बढ़ा है। पीएचई ने पूर्व के अध्ययनों में टीकों की दो खुराक को संक्रमण से बचाव में अहम बताया है।