नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोनो वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या 300 पार हो गई है, वहीं पाकिस्तान में ये और गति से बढ़ रहा है। वहां कोरोना के मामले 600 पार हो गए हैं। अभी तक 645 मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि 3 लोगों की जान गई है। इससे चिंतित पाकिस्तानी नागरिकों ने प्रधानमंत्री इमरान खान से COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी बंद का आग्रह किया है।
पाकिस्तान में सबसे ज्यादा सिंध से 292 मामले सामने आए हैं। पंजाब से 152 और बलूचिस्तान से 104 मामले सामने आए हैं। जिस तरह से इमरान खान की सरकार स्थिति से निपट रही है, उससे लोगों में नाराजगी है। पाकिस्तानियों ने उस नाराजगी को ट्विटर पर जाहिर किया और प्रधानमंत्री से घातक बीमारी के खिलाफ मजबूत उपाय करने का आग्रह किया।
शनिवार को पाकिस्तान ने सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दो सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया और ट्रेन सेवाओं को बंद कर दिया।
पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) की क्वेटा ग्लैडिएटर्स फ्रैंचाइजी के मालिक उमर नदीम ने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा कि वह प्रधानमंत्री खान से देश में लॉकडाउन करने का आग्रह करने के लिए अपनी चुप्पी तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, 'प्रिय पाकिस्तान मैं ट्विटर पर बहुत समय से चुप था, हमने Psl4 चैम्पियनशिप का जश्न भी नहीं मनाया, लेकिन आज मैंने पाक को सुरक्षित रखने के लिए अपनी चुप्पी को तोड़ दिया है, मैं हमारे पीएम साहब से अपील करना चाहूंगा कि कृपया लॉकडाउन का आदेश दें !! सभी के लिए ढेर सारी प्रार्थनाएं!!!'
अली जफर ने भी की मांग
गायक अली जफर ने पाकिस्तान और इटली के मामलों की तुलना करते हुए कहा कि अगर त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो जान गंवानी पड़ेगी। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, '26 फरवरी पाकिस्तान में कोरोना मामले की पहली पुष्टि। 20 मार्च, 481 मामलों की पुष्टि (23 दिन बाद)। 31 जनवरी, इटली में पहली पुष्टि कोरोना मामला। 23 फरवरी, 150 मामलों की पुष्टि (23 दिन बाद)। 20 मार्च, 41035 मामलों की पुष्टि, 4061 मौतें। हम एक महीने में कहां होंगे?' #lockdownpakistan
जफर पाकिस्तानियों से एक ऑनलाइन पोल में भी पूछ रहे हैं कि क्या सरकार को देशव्यापी बंद की घोषणा करनी चाहिए या नहीं। ज्यादातर लोगों ने लॉकडाउन को सही बताया।
शहरों को बंद नहीं कर सकता पाकिस्तान: इमरान खान
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि उनका देश कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पश्चिमी देशों की तरह व्यापक पैमाने पर शहरों को बंद नहीं कर सकता। खान ने कहा कि इस कदम पर पहले विचार किया गया था लेकिन अधिकारियों को आशंका है कि यह देश की नाजुक अर्थव्यवस्था को और ध्वस्त देगा। खान ने राष्ट्र के नाम टेलीविजन पर दिए संबोधन में कहा, 'पाकिस्तान के हालात अमेरिका या यूरोप के जैसे नहीं हैं...हमारी 25 फीसदी आबादी बेहद मुफलिसी में जी रही है।' उन्होंने कहा कि अगर हमने शहरों को बंद कर दिया तो हम पहले से ही मुश्किल हालात में रह रहे अपने नागरिकों को कोरोना वायरस से तो बचा लेंगे लेकिन वे भुखमरी से मारे जाएंगे।