बीजिंग : चीन के कई शहरों में एक रहस्यमयी वायरस फैल रहा है, जिससे लोगों की जान पर बन आई है। राजधानी बीजिंग के अतिरिक्त वुहान और शेनजेन में भी इस वायरस का असर देखा गया है। पिछले दो दिनों में यहां इस वायरस के 139 नए मामले सामने आए हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस पर आपात बैठक बुलाई है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है, जो अंतत: मौत का कारण बन जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस से प्रभावितों की संख्या जितनी बताई जा रही है, आंकड़ा उससे कहीं अधिक हो सकता है, क्योंकि व्यापक स्तर पर जांच अभी जारी है। इसे कोरोना वायरस बताया जा रहा है, जो यहां सबसे पहले दिसंबर महीने में सामने आया था। सबसे पहले यह चीन के वुहान शहर में सामने आया। वायरस का असर अब जापान और थाईलैंड में भी देखा जा रहा है, जहां इसके क्रमश: एक और दो मामले सामने आए हैं।
भारत भी सतर्क
चीन में इस वायरस से पीड़ित चार लोगों की जहां मौत हो चुकी है, वहीं बीजिंग, शंघाई और अन्य प्रांतों में 220 लोग अब तक इससे प्रभावित हो चुके हैं। हांगकांग में भी इसके 106 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। जिस तरह से यह वायरस विदेशों में भी फैलता जा रहा है, उसे देखते हुए भारत भी चौकन्ना है। चीन में इस वायरस के संक्रमण के बाद भारत, अमेरिका सहित कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइरी जारी की है।
चीनी नववर्ष के मद्देनजर 10 जनवरी से 20 फरवरी के बीच बड़ी संख्या में चीनी नागरिक घूमने निकलते हैं, जिसे देखते हुए और भी सतर्कता बरती जा रही है। सभी देश चीन और खासकर हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से आने वाले यात्रियों को लेकर विशेष तौर पर सतर्क हैं और उनकी पूरी जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि बताया जा रहा है कि इस वायरस 95 प्रतिशत मामले वुहान से ही हैं।
ये हैं लक्षण
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में आम तौर पर सर्दी-जुकाम के लक्षण नजर आते हैं, लेकिन हालत गंभीर होने पर यह जानलेवा हो सकता है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह वायरस कहां से आया, पर माना जा रहा है कि यह पशुओं से इंसान में आया हो। विशेषज्ञें के अनुसार, यह जीवों की एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में जाता है और फिर इंसानों को संक्रमित कर देता है। इस दौरान इसके बारे में पता नहीं चल पाता।