Coronavirus: नस्लवाद भी फैला रहा कोरोना वायरस, एशियाई लोगों से हाथ भी नहीं मिला रहे लोग

चीन में कोरोना वायरस के कहर से तबाही मची हुई है। वहीं इसकी वजह से दुनिया के अन्‍य हिस्‍सों में एशियाई समुदाय के लोगों के साथ एक अलग तरह का नस्‍लवाद पनप रहा है।

Coronavirus: नस्लवाद भी फैला रहा कोरोना वायरस, एशियाई लोगों से हाथ भी नहीं मिला रहे लोग
कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में एशियाई समुदाय के लोगों को एक अलग तरह के नस्लवाद का सामना करना पड़ रहा है  |  तस्वीर साभार: AP

सिडनी : चीन में कोरोना वायरस लोगों की जान ले रहा है। इस घातक बीमारी से अब तक 414 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 13,522 लोगों के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है, जिनका इलाज विभिन्‍न अस्‍पतालों में चल रहा है। कोरोना वायरस दुनिया के अन्‍य देशों में भी तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच इस संक्रमण की वजह से दुनियाभ में एशियाई लोगों के प्रति एक नए तरह का नस्‍लवाद भी पनप रहा है।

ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट से ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक मरीज ने अपनी सर्जन रिया लियांग से इस आशंका में हाथ मिलाने से इनकार कर दिया कि कहीं उसे भी कोरोना वायरस का संक्रमण न हो जाए। इस घटना से सर्जन लियांग हैरान रह गईं। उनकी हैरानी उस वक्‍त और बढ़ गई, जब उन्‍होंने ट्विटर पर इस बारे में अपने अनुभव साझा किए।

उनके ट्वीट करते ही सोशल मीडिया पर एशियाई मूल के कई अन्‍य लोगों ने भी कुछ इसी तरह के अनुभव साझा किए। सोशल मीडिया पर एशियाई समुदाय के कई लोगों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा है कि अब उन्‍हें शंका और भय की नजर से देखा जा रहा है। उन्‍हें चीन विरोधी टिप्‍पणियों का भी सामना करना पड़ रहा है, भले ही उनका ताल्‍लुक चीन से नहीं है।

कोरोना वायरस के बढ़ते असर के बीच एशियाई समुदाय के उन लोगों को भी भय और संदेह की नजर से देखा जा रहा है, जो महामारी से प्रभावित इलाकों में नहीं गए हैं और न ही कोरोना वायरस के संपर्क में आए हैं। कोरोना से डरे लोग उनके साथ दुर्व्‍यवहार और उन पर छींटाकशी करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसी ही खबर इटली से भी सामने आई है, जहां वेनिस में चीनी पर्यटकों से दुर्व्‍यवहार किया गया।

इसी तरह कनाडा से भी एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक श्वेत व्यक्ति को चीनी मूल की कनाडाई महिला से यह कहते हुए सुना जा रहा है कि 'तुमने मॉल की पार्किंग में कोरोना वायरस छोड़ दिए हैं।' मलेशिया में भी चीनी लोगों के प्रवेश रोकने की मांग उठने लगी है। इस संबंध में एक ऑनलाइन कैंपेन भी शुरू किया गया है, जिस पर एक सप्‍ताह में लगभग पांच लाख लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि यह एक सामान्‍य प्रवृति है कि जब भी कहीं महामारी फैलती है तो अक्‍सर आबादी के एक वर्ग पर इसका दोष डाला जाता है और उनके साथ अलग तरह का बर्ताव होने लगता है। लेकिन इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। अगर यह प्रवृत्ति बढ़ती है तो कोरोना वायरस के लक्षण सामने आने पर भी लोग उन्हें छिपाने की कोशिश करेंगे, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

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