नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना महामारी के संकट के लिए चीन (China)के वुहान (Wuhan)को जिम्मेदार माना जाता है, हालांकि इसे लेकर विरोधाभास भी सामने आए हैं, मगर चीन ने अपने यहां कोरोना पर काबू पा लिया लेकिन अब चीन के दक्षिण शहर ग्वांग्झू (Guanzhou) में एक बार फिर कोरोना संक्रमण फैलने की बात सामने आई थी जिसे लेकर सरकार खासी सचेत है और तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं ताकि कोविड-19 को काबू में किया जा सके इसके लिए ड्रोन (Drone) की सेवा लेने की जानकारी भी सामने आई है।
चीन के दक्षिणी प्रांत ग्वांग्झू में कोविड-19 के नए स्वरूप के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लोगों को घरों में ही रखने के लिए कुछ Drone तैनात किए गए हैं। चीन में संक्रमण के मामले मुख्य तौर पर कम हो गए हैं, लेकिन ग्वांग्झू में संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं। ग्वानझोउ में पिछले 24 घंटे में छह नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 100 के पार चली गई है। ये सभी मामले 21 मई के बाद से सामने आए हैं।
ग्वांग्झू में सामने आया संक्रमण का यह नया स्वरूप 'डेल्टा' है, जो सबसे पहले भारत में सामने आया था, और बेहद संक्रामक है।पुलिस द्वारा संचालित ड्रोन कैमरे तैनात किए गए हैं और इनके जरिए, घर से बाहर आने वाले लोगों को संकमण से बचने के लिए अंदर रहने का संदेश दिया जाता है।
पुलिस ने कैमरों से लैस ड्रोन उड़ाए और उन लोगों को चेतावनी दी, जो घर से बाहर जा रहे थे, ग्वांगझोउ की सीमाएं भी बंद कर दी गई हैं। रेस्तरां में बैठकर खाने पर भी रोक लगा दी गई है।
सिनेमा घर, थिएटर, नाइट क्लब और बंद स्थानों पर होने वाली अन्य गतिविधियों को बंद करने का आदेश दिया गया है।शहर में ड्रोन के अलावा फोन पर हेल्थ अपडेट लेने, टेंप्रेचर मापने और संक्रमण की अधिक आशंका वाले इलाकों की यात्रा करने वाले लोगों को पृथक करने जैसे कदमों से भी निगरानी की जा रही है।