नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मुद्दे पर चीन संदेह के घेरे में है। दुनिया के कई मुल्क चीन को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो धमकाने वाले अंदाज में कहते हैं कि अगर चीन से गलती हुई तो अलग बात है। लेकिन अगर जानबूझकर इसे फैलाया गया है तो उसे नतीजा भुगतना होगा। इन सबके बीच हार्वर्ड मेडिकल रिसर्च से जो जानकारी आई है वौ चौंकाने वाली है। यह रिसर्च हास्पिटस ट्रैवेल पैटर्न की सैटेलाइट इमेज के साथ साथ सर्च इंजिन डेटा पर आधारित है।
चीन में कोरोन प्रसार अगस्त 2019 से !
रिसर्च के मुताबिक चीन में कोरोना का प्रसार अगस्त 2019 से हो सकता है। इसके लिए वुहान में एक अस्पताल की पार्किंग लॉट की सैटेलाइट इमेज के साथ अगस्त के महीने में सर्च इंजिन पर सबसे अधिक खोजे गए शब्दों को खंगाला गया। रिसर्च में पाया गया कि अगस्त के महीने में कफ और डायरिया के बारे में सबसे ज्यादा पूछताछ की गई और यह दोनों कोरोना के लक्षणों में आते हैं।