दुबई : दुबई के शासक शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की बेटी प्रिंसेस लतीफा अल मकतूम के एक वीडियो ने यहां महिलाओं के अधिकारों, असहमति की आवाजों को लेकर कई सवाल पैदा किए हैं। उन्होंने अपने ही पिता पर 'बंधक' बनाने का आरोप लगाया है। प्रिंसेस लतीफा से पहले दुबई के शासक पर इसी तरह के आरोप उनकी पत्नी हया बिंत अल हुसैन ने भी लगाए थे। शेख की छठी पत्नी हया अप्रैल 2019 में अचानक अपने दो बच्चों के साथ चुपके से दुबई छोड़कर ब्रिटेन चली गई थीं, जहां जाकर उन्होंने शौहर पर कई आरोप लगाए और यहां तक कहा कि उन्हें अपनी जान को लेकर डर है।
शेख की छठी पत्नी हया का ताल्लुक जॉर्डन के राजपरिवार से है। उनका जन्म 1974 में हुआ था, जब उनके पिता हुसैन बिन तलाल जॉर्डन के किंग थे। जॉर्डन की गद्दी पर अब उनके सौतेले भाई अबदुल्लाह द्वितीय सत्तासीन हैं। जॉर्डन की प्रिंसेस हया का जन्म इसी देश में हुआ था, पर महज तीन साल की उम्र में एक हेलिकॉप्टर हादसे में मां को खो देने वाली हया का बचपन, किशोरावस्था और युवावस्था ब्रिटेन में ही बीता। उन्होंने 2004 में दुबई के शासक और संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से निकाह किया था। तब पहले से उनकी पांच पत्नियां मौजूद थीं।
जॉर्डन की प्रिंसेस हया दुबई के शासक की छठी पत्नी बनीं और उनके दो बच्चे भी हुए। लेकिन ब्रिटेन में पली-बढ़ी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शनशास्त्र और अर्थशास्त्र में पढ़ाई कर चुकी राजकुमारी के लिए संयुक्त अरब अमीरात की बंदिशों वाली व्यवस्था में खुद को ढाल पाना इतना आसान भी नहीं था, जिसके बारे में कार्यकर्ता कहते रहे हैं कि शेख मुहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने भले ही दुबई को एक चमचमाते और कामयाब शहर में बदल दिया हो, जहां दुनियाभर से लोग कारोबार के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां महिलाएं कई तरह की पाबंदियों में जकड़ी हैं और उनकी असहमति के लिए कोई स्थान नहीं है।
शेख की पत्नी हया जब अपने दो बच्चों को लेकर गुपचुप तरीके से ब्रिटेन भागीं तो यह यूएई के शाही परिवार में इस तरह का अजीबोगरीब मामला था। इसके बाद ऐसे सवाल भी उठे कि अगर शाही खानदान की महिलाओं की यह हालत है तो आम औरतों के अधिकारों को लेकर अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। यूईए में शाही परिवार की महिलाओं से संबंधित खबरें जहां न के बराबर सामने आती हैं, वहीं राजकुमारी हया के ब्रिटेन भागने की खबरों ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर खूब सुर्खियां बटोरी। उन्होंने बाद में शेख से तलाक को लेकर ब्रिटेन की अदालत में अर्जी दी और अपनी जान को लेकर डर भी जताया। उन्होंने यह भी कहा कि शेख की दूसरी पत्नी से हुई बेटी प्रिंसेस लतीफा अल मकतूम के फरवरी 2018 में घर से भागने और फिर पकड़े जाने के बाद उनपर शाही परिवार का दबाव बढ़ने लगा था।
प्रिंसेस लतीफा को फरवरी 2018 में जब हिंद महासागर में भारतीय तट के करीब पकड़ा गया था, उसके बाद कई महीनों तक उनके बारे में पता नहीं चल पाया था। प्रिंसेस लतीफा के दोस्तों ने इस मसले को संयुक्त राष्ट्र में भी उठाया, जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र की पूर्व मानवाधिकार दूत मैरी रॉबिनसन की मुलाकात दिसंबर 2018 में दुबई की राजकुमारी से कराई गई। इस मुलाकात का इंतजाम शेख की छठी पत्नी हया ने ही किया था, जिसके बाद यूएई के शाही परिवार की ओर से कहा गया था कि राजकुमारी लतीफा किसी अन्य जगह 'उत्पीड़न की शिकार हो सकती थीं' और 'अब वह दुबई में परिवार की देखभाल में सुरक्षित हैं।'
बाद में हया ने कहा था कि उन्हें इस मामले में ऐसी जानकारियां हाथ लगी हैं, जो 'परेशान' करने वाली हैं। ब्रिटेन भागने के बाद जॉर्डन की राजकुमारी ने यह आरोप भी लगाया था कि प्रिंसेस लतीफा से जुड़े मामले में शाही परिवार ने उन्हें 'धोखे' में रखा और जब उन्होंने इसके लिए आवाज उठाई और अपनी बात रखने की कोशिश की तो उनपर तरह-तरह से दबाव बनाया जाने लगा। इस माहौल में उनके लिए दुबई में रह पाना मुश्किल हो गया था और ऐसे में उन्होंने गुपचुप तरीके से वहां से निकलने में ही भलाई समझी। वह जोखिम मोल लेकर बच्चों के साथ दुबई से भागीं और जर्मनी होते हुए ब्रिटेन पहुंच गईं, जहां वह अभी रह रही हैं।