जिनेवा: यूरोपीय संघ की रोग नियंत्रण एजेंसी ने बुधवार को कहा कि भारत में पहली बार पहचाने गए कोरोनावायरस के डेल्टा वैरियंट से अगले तीन महीनों के भीतर यूरोपीय संघ में 90 प्रतिशत ताजा संक्रमण हो सकता है। एएफपी के अनुसार यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) ने कहा, "डेल्टा संस्करण अन्य परिसंचारी वेरिएंट (circulating variants) की तुलना में अधिक पारगम्य है और हमारा अनुमान है कि अगस्त के अंत तक यह यूरोपीय संघ में 90 प्रतिशत नए मामलों का प्रतिनिधित्व करेगा।"
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार "एंड्रिया अम्मोन यूरोपीय रोग निवारण और नियंत्रण केंद्र (ECDC) के निदेशक ने एक बयान में कहा कि "यह बहुत संभावना है कि डेल्टा संस्करण गर्मियों के दौरान बड़े पैमाने पर प्रसारित होगा, खासकर युवा व्यक्तियों के बीच जो टीकाकरण के लिए लक्षित नहीं हैं। डेल्टा संस्करण अन्य परिसंचारी वेरिएंट की तुलना में अधिक संचरण योग्य है और हमारा अनुमान है कि अगस्त के अंत तक, यह यूरोपीय संघ में 90 प्रतिशत नए मामलों का प्रतिनिधित्व करेगा।
एजेंसी ने कहा, "नए कोविड -19 संक्रमणों का लगभग 70 प्रतिशत यूरोपीय संघ / ईईए में अगस्त की शुरुआत तक और अगस्त के अंत तक 90 प्रतिशत संक्रमणों के कारण होने का अनुमान है।"
गौर हो कि इससे पहले व्हाइट हाउस के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी फाउची ने आगाह किया था कि कोरोना वायरस का बेहद संक्रामक स्वरूप 'डेल्टा' (Covid Delta) कोविड-19 महामारी का सफाया करने के अमेरिका के प्रयासों के लिए सबसे बड़ा खतरा है।उन्होंने कहा कि यह वायरस का यह स्वरूप सबसे पहले भारत में मिला था और यह अधिक संक्रामक है तथा इससे अधिक गंभीर बीमारी हो सकती है।
फाउची ने कहा कि अमेरिका में सामने आने वाले कोविड-19 के नए मामलों में से 20 फीसदी से अधिक में संक्रमण की वजह डेल्टा स्वरूप है। उन्होंने कहा कि दो हफ्ते पहले तक नए मामलों में से दस फीसदी में यह स्वरूप पाया गया था।
अमेरिका में एलर्जी एवं संक्रामक रोगों के राष्ट्रीय संस्थान के प्रमुख फाउची ने कहा, 'ब्रिटेन में जैसे हालात हैं उसकी तरह ही डेल्टा स्वरूप कोविड-19 का सफाया करने के हमारे प्रयास के लिए सबसे बड़ा खतरा है।' उन्होंने कहा कि अच्छी खबर यह है कि अमेरिका के टीके डेल्टा स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं और 'हमारे पास हथियार हैं तो उनका इस्तेमाल महामारी का खात्मा करने के लिए करेंगे।'
उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन में यह स्वरूप (Delta) हावी हो चुका है और यहां सबसे पहले सामने आए अल्फा स्वरूप के मुकाबले अधिक फैल चुका है। यहां 90 फीसदी से अधिक नए मामलों की वजह डेल्टा स्वरूप है तथा इसके प्रकोप के कारण ब्रिटेन में गतिविधियों की मंजूरी देने में भी विलंब किया जा रहा है।
अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने डेल्टा को बेहद संक्रामक बताते हुए इसे 'चिंताजनक स्वरूप' की श्रेणी में डाला है। फाउची ने कहा कि डेल्टा स्वरूप के फैलने की क्षमता सार्स-सीओवी2 के साथ ही अल्फा स्वरूप की तुलना में निर्विवाद रूप से अधिक है। उन्होंने कहा कि नए स्वरूप में मरीज के अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम ज्यादा होता है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 10 मई को डेल्टा स्वरूप को बेहद संक्रामक बताते हुए इसे 'चिंताजनक' श्रेणी में शामिल किया है।