क्या FATF से बचने के लिए दाऊद इब्राहिम को पाक ने बताया आतंकी !, बड़ा सवाल

दुनिया
ललित राय
Updated Aug 22, 2020 | 21:32 IST

Dawood Ibrahim in Pakistan: दाऊद इब्राहिम के मुद्दे पर पाकिस्तान अपने पैंतरेबाजी में फंस चुका है, जाने अनजाने पाकिस्तान ने मान लिया है कि दाऊद उसके ही देश में है तो इसका मतलब क्या है।

पता तो सबको था कहां है दाऊद का ठिकाना लेकिन अब इमरान सरकार ने भी माना, अब आगे क्या होगा आगे
दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तान ने बताया आतंकी 
मुख्य बातें
  • यूएनएसी को सौंपी लिस्ट में पाकिस्तान ने दाऊद इब्राहिम को आतंकी बताया
  • 1993 में मुंबई बम धमाकों के बाद दाऊद इब्राहिम अपने कुनबे के साथ भारत से फरार हुआ
  • भारत कई दफा दाऊद के खिलाफ पाकिस्तान को दे चुका था सबूत

नई दिल्ली। 1993 से पहले तक भी उस शख्स(दाऊद इब्राहिम) की पहचान अंडरवर्ल्ड डॉन की थी। उसका पेशा सोने और ड्रग्स की स्मगलरी था। लेकिन 1993 के बाद बहुत कुछ बदला और वो भारत की सरजमीं से फरार हो गया। उसके दामन पर सैंकड़ों लोगों के खून से सन चुका था। उसने देश की आर्थिक राजधानी को बम धमाकों के जरिए दहला दिया। वो भारत से भाग कर कहां गया इसे लेकर अटकलें लगती रहीं। लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसी बार बार कहा करती थीं कि वो आईएसआई के संरक्षण में पाकिस्तान के कराची में रहता है। यह बात अलग है कि पाकिस्तान इसे कभी मानता नहीं था।

यूएनएससी को सौंपी सूची में दाऊद इब्राहिम का नाम
अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को इमरान सरकार ने जो सूची दी है उसमें हाफिज सईद के साथ साथ दाऊद इब्राहिम का नाम है। इसके दो अर्थ हैं पहला, अब पाकिस्तान की नजर में दाऊद इब्राहिम आतंकी है और दूसरा कि जाने अनजाने में पाकिस्तान ने अब यह मान लिया है कि दाऊद इब्राहिम उसके ही देश में है। इसका अर्थ यह भी भारतीय खुफिया एजेंसियों के दावे पर मुहर लग गई है। अब सवाल यह है कि आगे क्या होगा। यह कराची स्थित दाउद इब्राहिम के घर का लोकेशन है, बताया जाता है कि वो सैन्य रिहाइश वाले एरिया में आईएसआई के संरक्षण में रहता है। यह बात अलग है कि पाकिस्तान कभी भी इस तरह के दावों को नकारता रहा है। 


FATF से बचने की कवायद
अब सवाल यह है कि आखिर पाकिस्तान की तरफ से यह कदम क्यों उठाया गया है। इसका जवाब साफ है इस समय पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में है और उसे आतंकवाद की खिलाफ लड़ाई में पूरजोर पुख्ता कदम उठाने के लिए कहा गया है। अगर वो ऐसा नहीं करता है तो अक्टूबर के ंमहीने में उसके ब्लैक लिस्ट होने की संभावना ज्यादा है। इसलिए उसने अंतरराष्ट्रीय जगत को यह दिखाने की कोशिश कि वो किस तरह से आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। 

दाऊद इब्राहिम भारत का मोस्ट वांटेड मुजरिम
इससे भी बड़ा सवाल यह है कि क्या अब पाकिस्तान, दाऊद इब्राहिम को भारत को सौंपेगा। दरअसल भारत को 1993 बम सीरियल ब्लास्ट में दाऊद की तलाश है। उसके ऊपर आरोप था कि उसने न सिर्फ साजिश की बल्कि धमाकों को अंजाम दिए जाने में भी मदद की। 2009 में मुंबई में जब बम धमाके हुए तो भी पता चला कि वो हाफिज सईद की तंजीम को मदद कर रहा था। ऐसे में वो सीधे तौर पर भारत का गुनहगार पाया गया। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि अगर उसके प्रत्यर्पण की मांग की जाती है तो क्या इमरान सरकार दाऊद इब्राहिम को भारत के हवाले कर देगी।

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