वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक बार फिर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। यह आरोप एक पूर्व मॉडल ने लगाया है जिसने कहा है कि दो दशक पहले डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा उसका यौन उत्पीड़न किया गया था। पूर्व मॉडल एमी डोरिस ने 'द गार्जियन' को दिए एक एक साक्षात्कार में कहा कि एक टेनिस मैच देखने के दौरान ट्रंप ने उन्हें जबरन किस किया था और जब उन्होंने छुड़ाने का प्रयास किया तो ट्रंप ने उन्हें कस कर पकड़ लिया।
वीआईपी बॉक्स का वाकया
ऐमी डोरिस ने बताया, 'टेनिस मैच चल रहा था इस दौरान वीआईपी बॉक्स में मौजूद ट्रंप ने उन्हें जबरदस्ती किस किया और बहुत मजबूती से पकड़ लिया। जब मैंने उन्हें हटाने की कोशिश की तो उन्होंने अपनी पकड़ और मजबूत कर ली। ट्रंप ने मुझे किस किया जिस पर मैंने उनकी जीभ काट दी।' हालांकि ट्रंप के वकीलों ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि चुनाव के मद्देनजर यह ट्रंप की छवि को खराब करने की साजिश है।
ट्रंप की जीभ काटी
इंटरव्यू के दौरान मॉडलन ने उस पूरे वाकये का जिक्र करते हुए कहा, 'जब पकड़ मजबूत हो गई तो ट्रंप के हाथ मेरे बट, मेरे स्तनों और मेरी पर आने आने लगे। उन्होंने मुझे जकड़ सा लिया था, मैं इससे बाहर नहीं निकल सकी। मैं नहीं जानती कि आप इसे क्या कहेंगे कि जब आप अपनी जीभ से किसी के गले पर किस करते हैं। लेकिन मैंने उनकी जीभ काट ली औऱ अपने दांतों से उन्हें धक्का दिया। मैं उन्हें धकेल रही थी। मुझे लगता था कि उनकी जीभ को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।'
ट्रंप ने सिरे से खारिज किए आरोप
उस समय ट्रंप 51 साल के थे और अपनी दूसरी पत्नी पत्नी मार्ला मेपलेस के साथ थे जबकि आरोप लगाने वाली मॉडल डोरिस की उम्र 24 साल थी। वहीं राष्टपति ट्रंप की तरफ से आरोप खारिज किए गए हैं। ट्रंप के वकीलों ने कहा इस इस घटना के बारे में कई सवाल उठाए हैं। यूएस ओपन एक एक सार्वजनिक स्थान पर होता है और अगर ऐसा हुआ था जाहिर है कि कई और लोग भी साक्षी रहे होंगे। उन्होंने पूछा कि मॉडल वहां अपने तत्कालीन प्रेमी के साथ थी और कथित घटना के बाद भी उसका ट्रम्प से मिलना और मिलना जारी रहा था।
पूर्व मॉडल ने कहा कि यह घटना 5 सितंबर 1997 की है। मॉडल इस समय दो जुड़वा बच्चों की मां हैं और फ्लोरिडा में रहती हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर 2016 में भी बात करना चाहती थी जब ट्रंप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे। बाद में उन्होंने अपना मन बदल लिया क्योंकि उन्हें डर था कि कहीं परिवार को कोई नुकसान ना पहुंचा दे।