वॉशिंगटन डीसी: अमेरिका के तकरीबन हर हिस्से में अशांति और हिंसा जारी है। रविवार रात अमेरिका के दर्जनों शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ का नजारा देखने को मिला जहां पुलिस द्वारा अफ्रीकी-अमेरिकियों के साथ वर्षों से हो रहे कथित बुरे बर्ताव के कारण लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। पुलिस ने लोगों पर आंसूगैस के गोले छोड़े तथा रबड़ की गोलियां चलाईं। ऐसे में स्थिति पर काबू पाने के लिए राजधानी वॉशिंगटन डीसी सहित तरकरीबन 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड( George Floyd) की पुलिस हिरासत में हुई मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों की आंच हर कोने में फैल गयी है। हिंसक प्रदर्शन के दौरान कारों और प्रतिष्ठानों में आग लगा दी गयी, हर तरफ इमारतों की दीवारों पर स्प्रे करके 'मैं सांस नहीं ले सकता(I Can't Breathe) लिख दिया गया है।
व्हाइट हाउस तक पहुंची हिंसा की आग
विरोध प्रदर्शन और हिंसा की आग अमरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी और व्हाइट हाउस तक पहुंच गई है। वॉशिंगटन में स्थिति इतना बिगड़ गया कि वहां के मेयर ने रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने व्हाइट हाउस के निकट एक कूड़ेदान में आग लगा दी थी और इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हो गई। ऐसे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में तैनात सीक्रेट सर्विस एजेंन्टस उन्हें ऐहतियातन सुरक्षा बंकर में ले गए।
सीएनएन के मुताबिक 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गाया है और 15 राज्यों में तकरीबन 5 हजार नेशनल गार्ड्स के जवानों की तैनाती कर दी गई है। अहगर जरूरत पड़ी तो और 2 हजार नेशनल गार्ड्स जवानों को तैनात किया जा सकता है।