नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afganistan) की राजधानी काबुल (kabul) में 'करता परवन गुरुद्वारे' (Gurudwara Karte Parwan) के अंदर हथियारबंद तालिबानी लड़ाके (Talibani) घुस गए, बताया जा रहा है कि उन्होंने वहां मौजूदा गार्डों को बंधक बनाया साथ ही गुरुद्वारे के कैमरे तोड़ दिए और भी तोड़फोड़ की।
इसके बाद तालिबानी वहां से चले गए गौर हो कि काबुल का यह गुरुद्वारा तालिबान का शासन आने के बाद सिखों और हिंदुओं के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना था और तब तालिबान ने कहा था कि यहां मौजूद लोगों की सुरक्षा की जाएगी वहीं ऐसी घिनौनी हरकत सामने आई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 15-16 हथियारबंद अज्ञात लोग गुरुद्वारे के अंदर दोपहर के वक्त पहुंच गए उन्होंने बाहर जाते हुए सीसीटीवी भी तोड़ दिए। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई और मामले की जांच की जा रही है, करता परवन गुरुद्वारा,इस क्षेत्र के प्रमुख गुरुद्वारों में से एक है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्होंने गुरुद्वारे के सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ दिया इसके अलावा गुरुद्वारे में भी तोड़फोड़ की गई है।इंडिया वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय से मामले में दखल देने की अपील की है साथ ही उन्होंने देश में हिंदू और सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने की डिमांड भी की है।
गौर हो कि अगस्त के मध्य में अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात के बीच अफगानिस्तान में सिख समुदाय ने काबुल के करता परवन गुरुद्वारे (Gurudwara Karte Parwan) में शरण ली थी, वहीं तालिबान नेताओं ने सिख समुदाय से मुलाकात की थी और उन्हें उनकी सुरक्षा का आश्वासन दिया था।