कराची : पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ उत्पीड़न एवं अत्याचार लगातार जारी है। अब दक्षिणी सिंध प्रांत में एक हिंदू लड़की को कथित रूप से अगवा करने में असफल होने पर बदमाशों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्टों में सोमवार को यह जानकारी सामने आई। बताया जाता है कि हिंदू लड़की पूजा ओद को बीच सड़क पर गोली मार दी गई।
'द फ्राइडे टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक सुक्कुर के रोही में पूजा ओद को उस समय बीच सड़क पर गोली मार दी गई जब उसने अपने अपहरण का विरोध किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रत्येक साल अल्पसंख्यक समुदाय खासकर सिंध प्रांत में हिंदू महिलाओं को अगवा कर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है। कट्टरपंथी हिंदू महिलाओं को जबरन शादी कराते हैं और विरोध करने पर उनकी हत्या तक कर दी जाती है।
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हिंदू लड़के की नृशंस हत्या
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित नहीं हैं। गत नवंबर में सिंध प्रांत में 11 साल के एक हिंदू लड़के के साथ यौन उत्पीड़न और फिर बेरहमी से उसकी नृशंस हत्या का मामला सामने आया। यह वारदात उस समय हुई, जब पूरा परिवार गुरुनानक देव की जयंती से जुड़े कार्यक्रमों में व्यस्त था। लड़के का शव एक सुनसान घर में मिला। पुलिस ने इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया।
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13 साल की हिंदू लड़की का अपहरण
पिछले साल मार्च में सिंध प्रांत में ही एक 13 साल की हिंदू लड़की का अपहरण हुआ। लड़की के घरवालों ने कहा कि पांच लोगों ने घर से उसका अपहरण कर लिया और फिर जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उसकी शादी अपहरणकर्ता से करा दी गई। पाकिस्तानी मीडिया 'समा टीवी' की एक रिपोर्ट के अनुसार, लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को 8 मार्च को पांच लोगों ने घर से अगवा कर लिया।