एक बार फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान, दस्तावेज से खुलासा- ISI अधिकारी है हिजबुल प्रमुख सलाहुद्दीन

दुनिया
लव रघुवंशी
Updated Sep 06, 2020 | 10:28 IST

Syed Salahuddin: भारतीय सुरक्षा एजेंसी के पास मौजूद नए पाकिस्तानी दस्तावेज से पता चलता है कि हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) का अधिकारी है।

Salahuddin
सैयद सलाहुद्दीन 
मुख्य बातें
  • सैयद सलाहुद्दीन खुफिया महानिदेशालय का अधिकारी है और ISI के लिए काम कर रहा है
  • आदेश दिया गया है कि उसकी गाड़ी को जांच के लिए न रोका जाए
  • कश्मीर में आतंक फैलाने में अहम भूमिका निभाता है सलाहुद्दीन

नई दिल्ली: पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हुआ है। पाकिस्तान का आतंक प्रेम एक बार फिर सामने आया है। खुफिया निदेशालय के नए पाकिस्तानी दस्तावेज से ये प्रमाणित होता है कि प्रतिबंधित आतंकी समूह हिजबुल मुजाहिदीन का प्रमुख सैयद मुहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ काम करने वाला एक 'आधिकारिक सहयोगी' है।

सलाहुद्दीन लश्कर-ए-तैयबा (जैश) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे आतंकवादी संगठनों के एक संयुक्त संगठन संयुक्त जिहाद परिषद (यूजेसी) का भी प्रमुख है। उसके पास सुरक्षा मंजूरी है जो कहती है कि उसे अनावश्यक रूप से सुरक्षा चौकियों पर नहीं रोका जाना चाहिए।

पत्र डायरेक्ट/कमांडिंग ऑफिसर वजाहत अली खान के नाम से जारी किया गया है और कहा गया है कि यह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI), इस्लामाबाद के साथ प्रमाणित है। पत्र में लिखा है, 'वह इस विभाग के आधिकारिक अधिकारी हैं।' इसके अलावा एक वाहन टोयोटा लैंड क्रूजर ZX (V8) का विवरण भी साझा किया गया है, जिसमें आतंकवादी यात्रा करता है। पत्र में कहा गया है कि सलाहुद्दीन सुरक्षा के लिहाज से साफ है और इसे अनावश्यक रूप से रोका नहीं जाना चाहिए। ये लेटर 31 दिसंबर 2020 तक वैध है। पत्र में सलाहुद्दीन का नाम सैयद मोहम्मद यूसुफ शाह लिखा हुआ है।

अपने पाकिस्तानी आकाओं के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए सलाहुद्दीन जम्मू-कश्मीर में भारत विरोधी प्रचार और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। सलाहुद्दीन ने खुद जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधियों की फंडिंग में पाकिस्तान की भूमिका को स्वीकार किया है। उसने आईएसआई और पाकिस्तान आधारित संगठनों के साथ मिलकर जेकेएआरटी (जम्मू कश्मीर एफेक्टीज रिलीफ ट्रस्ट) नामक ट्रस्ट द्वारा जुटाए गए पैसों के जरिए भारत में आतंकवाद का वित्तपोषण किया।' 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2011 के आतंक के वित्तपोषण से जुड़े एक मामले में दुनिया भर में वांछित आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शकील यूसुफ को 2018 में गिरफ्तार किया। शकील पर अपने पिता से कथित तौर पर धन लेने का आरोप था। सलाहुद्दीन को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है। 

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