इस्लमाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोना वायरस से लड़ने की अपनी योजना तैयार कर ली है। इमरान खान को विश्वास है कि उनका देश 'विश्वास और देश की युवा पीढ़ी' के दम पर इस वायरस पर विजय पा लेगा। साथ ही उन्होंने जमाखोरी एवं कालाबाजारी करने वाले लोगों को सख्त चेतावनी दी। लोगों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ रही है लेकिन इस महामारी पर नियंत्रण पाने में चीन सबसे ज्यादा सफल देश बना है।
चीन की प्रशंसा की
जिओ टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान ने चीन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन ने अपने वुहान शहर को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान की हालत यदि चीन की तरह बन गई होती तो मैं भी अब तक अपने सभी शहरों में लॉकडाउन की घोषणा कर दिया होता।' इमरान ने कहा कि पाकिस्तान की 25 फीसदी आबादी गरीब है जो अपने लिए दो वक्त के भोजन का बंदोबस्त नहीं कर पाती। सरकार यदि बेरोजगारी को संभाल नहीं पाएगी तो लॉकडाउन सफल नहीं हो पाएगा।
कोरोना से लड़ने के बताए उपाए
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का हवाला देते हुए इमरान ने कहा कि यह वायरस अमीर और गरीब के बीच फर्क नहीं करता। इमरान ने कहा कि उनका देश दो चीजों से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई जीतेगा और वे दो चीजें-विश्वास और देश की युवा पीढ़ी है। इमरान खान ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए 'कोरोना टाइगर्स रिलीफ फंड' की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण पर पीएम कार्यालय नजर बनाए हुए है। जमाखोरों को सख्त हिदायत देते हुए इमरान ने कहा कि जो लोग गरीबों एवं जरूरतमंदों से पैसा बनाने की कोशिश करेंगे सरकार उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाएगी।
सिंध प्रांत में सबसे ज्यादा मामले
बता दें कि पाकिस्तान कोरोना वायरस से बुरी तरह चपेट में है। कोरोना वायरस से संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सिंध प्रांत से आए हैं। पाकिस्तान में ईरान से आए लोगों में वायरस का संक्रमण पाया गया है। वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पाकिस्तान सरकार ने ताफतान में क्वरेंटाइन कैंप बनाए हैं और लोगों को वहां निगरानी में रखा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में कोरोना वायरस के अब तक 1625 केस सामने आए हैं और इनमें से 18 लोगों की मौत हो गई है।