इस्लामाबद : दुनियाभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच पाकिस्तान में भी स्थिति गंभीर होती जा रही है। यहां अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 4,183 हो गई है, जबकि 58 लोगों की यहां जान जा चुकी हैं। इस बीच खुद प्रधानमंत्री इमरान खान ने चिंता जताई है कि यहां स्थिति और बिगड़ सकती है, क्योंकि पाकिस्तान के अस्पताल इस स्थिति का सामना करने में सक्षम नहीं हैं।
पाकिस्तान में बढ़े मामले
इमरान खान ने बुधवार को यह चिंता जताई, जब स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया कि बीते 24 घंटे में 3,076 नमूने जांच के लिए भेजे गए जबकि अब तक कुल 42,159 नमूनों की जांच की गई है। यहां संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,183 हो गए हैं, जबकि 58 लोगों की जान जा चुकी है और 25 अन्य की हालत नाजुक बताई जा रही है। यहां 467 मरीज ठीक इस घातक संक्रमण की चपेट में आने के बाद ठीक भी हुए हैं।
पंजाब में सबसे अधिक मामले
पाकिस्तान में सबसे खराब हालत पंजाब प्रांत की बताई जा रही है। यहां संक्रमण के कुल मामले सबसे अधिक 2,108 बताए जा रहे हैं। इसके बाद सबसे अधिक 1,036 मामले सिंध प्रांत से, 527 खैबर-पख्तूनख्वा से, 212 गिलगित बाल्टिस्तान से, 206 बलूचिस्तान से, 83 इस्लामाबाद से 28 पाकिसतान के कब्जे वाले कश्मीर से सामने आए हैं। बिगड़ते हालात के बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों को चेताया है कि वे 'सेल्फ क्वारंटीन' को लेकर आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि वायरस को और फैलने से रोका जा सके।
इमरान खान की चिंता
कोरोना को लेकर चिंता जताते हुए उन्होंने बुधवार को चेताया कि पाकिस्तान में आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां मरीजों की संख्या जिस तरह से बढ़ रही है, उन्हें डर है कि यहां के अस्पताल इस स्थिति का सामना करने में सक्षम न हों। उन्होंने हालांकि एक बार फिर देश में पूर्ण लॉकडाउन लागू नहीं करने के अपनी सरकार के फैसले का बचाव किया और कहा कि देश में 5 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं और ऐसे में इस तरह के कदम से वे भूखों मर सकते हैं।
इमरान खान ने इस दौरान यह भी कहा कि उनकी सरकार गुरुवार को 1.2 करोड़ गरीब परिवारों को सीधे मदद पहुंचाने के लिए 144 अरब रुपये की मदद देने वाली योजना शुरू करेगी। 'एहसास इमर्जेंसी कैश प्रोग्राम' नाम की इस योजना का मकसद लॉकडाउन के कारण प्रभावित होने वाले गरीबों की मदद करना है।
बिगड़ रहे हैं हालात
यहां उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। यहां डॉक्टर्स के लिए रक्षा कवच उपकरण (पीपीई) पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं होने की बात भी सामने आ रही है, जिसे लेकर कुछ डॉक्टर्स ने विरोध-प्रदर्शन भी किया था। बताया जा रहा है कि इन डॉक्टर्स को विरोध-प्रदर्शन के कारण कुछ समय सके लिए जेल भेज दिया गया। हालांकि पाकिस्तान की सेना ने मंगलवार को वादा किया कि वह डॉक्टर्स को पीपीई उपलब्ध कराएगी।